नई दिल्ली। सरकारी तेल कंपनी भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड की हिस्सेदारी की खरीदी के पहले चरण में कई कंपनियों ने बोलियां लगाई है। लेकिन आपको ये जानकारी हैरानी होगी कि देश के सबसे रईस शख्स मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज और सऊदी अरब की कंपनी सऊदी अरामको, ब्रिटिश पेट्रोलियम और Total जैसी कंपनियों ने भी इसमें रुचि नहीं जताई है।
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डिपार्टमेंट ऑफ इन्वेस्टमेंट ऐंड पब्लिक एसेट मैनेजमेंट के सेक्रेटरी तुहीन कांत पांडे ने कहा कि कंपनी की 52.98 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के लिए कई बोलियां मिली है। उन्होंने कहा कि ट्रांजेक्शन अडवाइजर्स की ओर से आवेदनों का आकलन करने के बाद आगे की प्रक्रिया की जाएगी। इधर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी इसे लेकर ट्वीट करते हुए कहा, ‘बीपीसीएल का रणनीतिक विनिवेश प्रगति पर है: कई बोलियां मिलने के बाद दूसरे चरण की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।’
Strategic disinvestment of BPCL progresses: Now moves to the second stage after multiple expressions of interest have been received. @PIB_India @FinMinIndia https://t.co/bDNx6gw3d2
— Nirmala Sitharaman (@nsitharaman) November 16, 2020
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बोलियां लगाने को लेकर वित्त मंत्री या फिर डिपार्टमेंट ऑफ इन्वेस्टमेंट ने कितनी बोलियां मिली हैं और किन लोगों ने इसके लिए बोली लगाई है। इसकी जानकारी नहीं दी है। मीडिया रिपोर्ट की माने तो 3 से 4 बोलियां बीपीसीएल के लिए हासिल हुई हैं। हालाांकि देश की सबसे बड़ी रिफाइनरी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज ने इसमें कोई रुचि नहीं दिखाई है। सोमवार को बीपीसीएल के लिए बोली सौंपने का आखिरी दिन था।
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कहा जा रहा है कि बीपीसीएल में निवेश के लिए कुछ प्राइवेट इक्विटी फंड्स ने बोली सौंपी है। रूसी दिग्गज कंपनी रोजनेफ्ट को भी शुरुआती दौर में बीपीसीएल की हिस्सेदारी खरीदने का दावेदार माना जा रहा था, लेकिन बीते महीने ही कंपनी ने इस बात से इनकार कर दिया था।
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भारतीय बाजार में एंट्री की महत्वाकांक्षा रखने वाली अबू धाबी नेशनल ऑयल कंपनी को संभावित दावेदार माना जा रहा था। लेकिन बोलियां शुरू होने के बाद भी रुचि नहीं दिखाई है। फिलहाल देखना होगा कि बोलियां की प्रक्रिया होने के बाद कौन सी कंपनियां जरूरी शर्तों को पूरा करती है।
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