नयी दिल्ली, 18 दिसंबर (भाषा) कर्ज में डूबी रिलायंस कैपिटल (आरकैप) की अनुषंगी रिलायंस निप्पॉन लाइफ इंश्योरेंस ने आईआईएचएल के साथ सौदा अंतिम चरण में पहुंचने के बीच बैंक बीमा (बैंकएश्योरेंस) साझेदारी के लिए इंडसइंड बैंक के साथ बातचीत शुरू की है।
इंडसइंड बैंक की मूल इकाई इंडसइंड इंटरनेशनल होल्डिंग्स लिमिटेड (आईआईएचएल) ने आरकैप और उसकी अनुषंगी इकाइयों के अधिग्रहण के लिए विजेता बोली लगाई थी।
रिलायंस निप्पॉन लाइफ इंश्योरेंस के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) आशीष वोहरा ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘आईआईएचएल और जापान स्थित निप्पॉन लाइफ के बीच अच्छी समझ बनी है और वे बीमा कारोबार को बढ़ावा देने के बारे में पूरी तरह स्पष्ट हैं। यह कारोबार और पॉलिसीधारकों के लिए बहुत अच्छा संकेत है, क्योंकि आईआईएचएल के पास बहुत मजबूत पूंजी आधार है।’’
हिंदुजा समूह की कंपनी आईआईएचएल को उम्मीद है कि समाधान योजना को राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) से मंजूरी मिलने के लगभग एक साल बाद अगले महीने तक आरकैप का अधिग्रहण पूरा हो जाएगा।
वोहरा ने कहा, ‘‘बैंक-बीमा हमारे ढांचे की एक गुमशुदा कड़ी थी और इसके लिए हमने इंडसइंड बैंक के साथ संभावनाएं तलाशना शुरू कर दिया है। हम सभी हितधारकों के लिए मुफीद सौदा करने के लिए पहले से ही बातचीत कर रहे हैं।’’
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कंपनी अन्य वित्तीय संस्थानों के साथ भी बातचीत कर रही है क्योंकि नियमों के हिसाब से बैंक-बीमा के एक से अधिक गठजोड़ बनाए जा सकते हैं।
इंडसइंड बैंक पूरे भारत में 3,040 शाखाओं/बैंकिंग आउटलेट और 3,011 एटीएम के माध्यम से करीब 4.1 करोड़ ग्राहकों को सेवाएं देता है।
रिलायंस कैपिटल के चेयरमैन अशोक पी हिंदुजा ने हाल ही में कहा था कि अगले महीने के अंत तक आरकैप के आईआईएचएल के दायरे में आ जाने की संभावना है। उन्होंने कहा था कि शेयर बाजार से आरकैप को हटाए जाने की प्रक्रिया पूरी होते ही उसके देनदारों को पैसा सौंप दिया जाएगा।
भाषा प्रेम प्रेम अजय
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