नयी दिल्ली, 13 जून (भाषा) तृतीय-पक्ष लॉजिस्टिक और खुदरा क्षेत्र से अच्छी मांग के चलते वित्त वर्ष 2022-23 में आठ प्रमुख शहरों में रिकॉर्ड 5.13 करोड़ वर्ग फुट गोदाम या भंडारगृह क्षेत्र पट्टे पर दिया गया।
भंडारगृह क्षेत्र में हल्के विनिर्माण और असेंबलिंग के लिए औद्योगिक क्षेत्र की मांग शामिल है।
नाइट फ्रैंक इंडिया ने मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये ‘इंडिया वेयरहाउसिंग मार्केट रिपोर्ट’ जारी की। इसमें कहा गया है कि आठ में से सात शहरों में गोदामों का किराया 3-8 प्रतिशत तक बढ़ा है।
आंकड़ों के अनुसार, 2022-23 में भंडारगृह क्षेत्र में कुल पट्टा बढ़कर 5,13,24,201 वर्ग फुट हो गया, जो इससे पिछले वित्त वर्ष में 5,12,94,933 वर्ग फुट था।
रिपोर्ट में बताया गया कि मुंबई, बेंगलुरु और कोलकाता में पट्टा गतिविधियों में वृद्धि हुई, जबकि दिल्ली-एनसीआर, पुणे, हैदराबाद, चेन्नई और अहमदाबाद में गिरावट आई।
बेंगलुरु में यह वृद्धि 25 प्रतिशत और कोलकाता में 18 प्रतिशत रही, जबकि दिल्ली-एनसीआर में पांच प्रतिशत की गिरावट हुई।
गोदामों में पट्टे पर जगह लेने में 39 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ तृतीय-पक्ष लॉजिस्टिक फर्मों की सबसे अधिक हिस्सेदारी थी। इसके बाद 13 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ खुदरा क्षेत्र का स्थान रहा।
भाषा पाण्डेय अजय
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