रियल एस्टेट कंपनियों ने जनवरी-सितंबर में क्यूआईपी से 13,000 करोड़ रुपये जुटाएः रिपोर्ट |

रियल एस्टेट कंपनियों ने जनवरी-सितंबर में क्यूआईपी से 13,000 करोड़ रुपये जुटाएः रिपोर्ट

रियल एस्टेट कंपनियों ने जनवरी-सितंबर में क्यूआईपी से 13,000 करोड़ रुपये जुटाएः रिपोर्ट

:   Modified Date:  October 28, 2024 / 03:47 PM IST, Published Date : October 28, 2024/3:47 pm IST

नयी दिल्ली, 28 अक्टूबर (भाषा) रियल एस्टेट कंपनियों ने इस कैलेंडर वर्ष के पहले नौ महीनों में पात्र संस्थागत आवंटन (क्यूआईपी) मार्ग के जरिये इक्विटी शेयर जारी कर करीब 13,000 करोड़ रुपये जुटाए हैं। एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।

रियल एस्टेट सलाहकार एनारॉक ने सोमवार को एक रिपोर्ट में कहा कि भारतीय रियल एस्टेट डेवलपर कोविड महामारी के बाद आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) और क्यूआईपी के जरिये पूंजी बाजार में आक्रामक तरीके से कदम रख रहे हैं।

रिपोर्ट कहती है कि पारदर्शिता बढ़ने, महामारी के बाद आवासीय रियल एस्टेट में आई तेजी और निवेशकों का मजबूत भरोसा इन वित्तपोषण गतिविधियों में उछाल लाने का कारक बने हुए हैं। कोष जुटाने के विभिन्न तरीकों से कंपनियां आईपीओ लाने के पारंपरिक मार्ग को छोड़कर तेजी से पर्याप्त धन जुटा सकती हैं।

एनारॉक के चेयरमैन अनुज पुरी ने कहा, ‘‘कैलेंडर वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही तक रियल एस्टेट क्षेत्र ने सभी क्षेत्रों में जारी क्यूआईपी में 17 प्रतिशत से अधिक का योगदान दिया। यह कुल 75,923 करोड़ रुपये में से 12,801 करोड़ रुपये का योगदान था।’’

पुरी ने कहा कि नवीकरणीय ऊर्जा के बाद रियल एस्टेट क्षेत्र इस साल अब तक क्यूआईपी के माध्यम से कोष जुटाने वाले क्षेत्रों में दूसरे नंबर पर रहा है। क्यूआईपी में यह तेजी भारत के व्यापक पूंजी बाजारों में इस क्षेत्र की महत्वपूर्ण भूमिका और भारतीय रियल एस्टेट में संस्थागत निवेशकों के बढ़ते विश्वास को दर्शाती है।

आंकड़ों के मुताबिक, प्रेस्टीज एस्टेट्स प्रोजेक्ट्स लिमिटेड, मैक्रोटेक डेवलपर्स और ब्रिगेड एंटरप्राइजेज जैसी रियल एस्टेट कंपनियों ने क्रमशः 5,000 करोड़ रुपये, 3,281 करोड़ रुपये और 1,500 करोड़ रुपये की राशि क्यूआईपी के जरिये जुटाई हैं।

इसके अलावा डी बी रियल्टी ने 920 करोड़ रुपये और कीस्टोन रियलटर्स लिमिटेड एवं मैक्स एस्टेट्स ने क्रमशः 800-800 करोड़ रुपये जुटाए हैं। अनंत राज लिमिटेड ने भी क्यूआईपी के जरिये 500 करोड़ रुपये की राशि जुटाई।

भाषा प्रेम प्रेम अजय

अजय

 

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