नयी दिल्ली, 30 दिसंबर (भाषा) कर्ज के बोझ से दबी दूरसंचार कंपनी रिलायंस कम्युनिकेशंस ने कहा है कि समूह पर भारतीय बैंकों और वित्तीय संस्थानों का करीब 26,000 करोड़ रुपये का कर्ज बकाया है।
भारतीय बैंकों, वेंडरों और अन्य ऋणदाताओं ने कंपनी पर करीब 86,000 करोड़ रुपये के बकाया का दावा किया है। फिलहाल कंपनी दिवाला प्रक्रिया में है।
आरकॉम ने बुधवार को बयान में कहा, ‘‘ऋणदाताओं द्वारा नियुक्त समाधान पेशेवर जो आंकड़े सत्यापित किए हैं उसके अनुसार राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) के पास यह मामला भेजे जाने की तारीख तक आरकॉम समूह पर भारतीय बैंकों और वित्तीय संस्थानों का 26,000 करोड़ रुपये का बकाया था।’’
ऋणदाताओं ने एनसीएलटी के समक्ष जो दावा किया है उसके अनुसार आरकॉम पर करीब 49,000 करोड़ रुपये, रिलायंस टेलीकॉम पर 24,000 करोड़ रुपये और रिलायंस इन्फ्राटेल पर 12,600 करोड़ रुपये का बकाया है।
आरकॉम ने कहा, ‘‘कुछ बैंकों द्वारा कथित रूप से जो ‘धोखाधड़ी’ वाला वर्गीकरण किया गया है, वह पूरी तरह अनुचित है और दिल्ली उच्च न्यायालय ने अंतरिम आदेश के जरिये इसे कुछ समय तक रोकने का निर्देश दिया है। अब यह मामला अदालत में है।
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अजय महाबीर
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