RBI Repo Rate: MPC की बैठक में आरबीआई ने लिया बड़ा फैसला, 9वीं बार रेपो रेट पर 6.5 प्रतिशत रखा बरकरार |

RBI Repo Rate: MPC की बैठक में आरबीआई ने लिया बड़ा फैसला, 9वीं बार रेपो रेट पर 6.5 प्रतिशत रखा बरकरार

RBI Repo Rate: MPC की बैठक में आरबीआई ने लिया बड़ा फैसला, 9वीं बार रेपो रेट पर 6.5 प्रतिशत रखा बरकरार

Edited By :   Modified Date:  August 8, 2024 / 12:21 PM IST, Published Date : August 8, 2024/12:21 pm IST

RBI Repo Rate: भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने गुरुवार को मौद्रिक नीति कमेटी (एमपीसी) के फैसलों का ऐलान किया है। एमपीसी ने रेपो रेट को 6.5 प्रतिशत पर बरकरार रखा है। ये लगातार 9वीं बार है जब मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक में रेपो रेट को यथावत रखने का फैसला किया गया है। इस दौरान दास ने कहा कि, महंगाई 5 प्रतिशत से अधिक होने के कारण एमपीसी ने 4:2 के बहुमत से रेपो रेट में बदलाव नहीं करने का फैसला किया है। हमारा लक्ष्य महंगाई को 4 प्रतिशत के नीचे लाना है।

Read More: MPPSC Taxation Assistant Result: MPPSC रिजल्ट में ग्वालियर संभाग के सिद्धार्थ मित्तल ने किया टॉप, 100 पदों के लिए हुए थे आवेदकों के इंटरव्यू 

उन्होंने आगे कहा कि, महंगाई अप्रैल और मई में 4.8 प्रतिशत थी, लेकिन खाद्य उत्पादों की कीमतें उच्च स्तर पर होने के कारण जून में यह 5.1 प्रतिशत पर आ गई। कीमतों में स्थिरता लाए बिना विकास ज्यादा समय तक टिक नहीं सकता। इस कारण हमने कीमतों को कम करने का रुख जारी रखा है। गवर्नर ने आगे कहा कि देश में महंगाई तीसरी तिमाही में कम होने की उम्मीद है। घरेलू स्तर पर ग्रोथ बनी हुई है। चालू वित्त वर्ष के लिए जीडीपी विकास दर का अनुमान 7.2 प्रतिशत पर बरकरार रखा गया है। वहीं, वित्त वर्ष 2024-25 के लिए महंगाई दर का अनुमान 4.5 प्रतिशत तय किया गया है।

Read More: Breast Feeding Week Organized: श्री नारायणा हॉस्पिटल में ब्रेस्टफीडिंग वीक का आयोजन, डॉक्टर्स ने बताया बच्चे के लिए कितना फायदेमंद है मां का दूध 

RBI Repo Rate: आरबीआई ने पॉलिसी का रुख ‘विड्रॉल ऑफ अकोमोडेशन’ रखने का फैसला किया है। बता दें, मॉनेटरी पॉलिसी का रुख अकोमोडेटिव तब रखा जाता है, जब बैंकिंग सिस्टम में अधिक पैसा उपलब्ध कराना हो और अधिक नौकरियां पैदा करनी हो। गवर्नर ने आगे कहा कि, महंगाई धीरे-धीरे सभी अर्थव्यवस्थाओं में कम हो रही है। हालांकि मध्यम अवधि में कुछ चुनौतियां बनी हुई हैं। मांग बढ़ने के कारण देश में मैन्युफैक्चरिंग गतिविधियां बढ़ रही हैं। आरबीआई द्वारा आखिरी बार रेपो रेट में बदलाव फरवरी 2023 में किया गया था उस समय रेपो रेट को बढ़ाकर 6.5 प्रतिशत कर दिया गया था। इसकी वजह महंगाई को काबू में लाना था।

 

IBC24 की अन्य बड़ी खबरों के लिए हमारे फेसबुक फेज को भी फॉलो करें

IBC24 की अन्य बड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करें

Follow the IBC24 News channel on WhatsApp