रतन टाटा के सौतेले भाई नोएल होंगे ‘टाटा ट्रस्ट्स’ के नए चेयरमैन |

रतन टाटा के सौतेले भाई नोएल होंगे ‘टाटा ट्रस्ट्स’ के नए चेयरमैन

रतन टाटा के सौतेले भाई नोएल होंगे ‘टाटा ट्रस्ट्स’ के नए चेयरमैन

:   Modified Date:  October 11, 2024 / 05:29 PM IST, Published Date : October 11, 2024/5:29 pm IST

(तस्वीर के साथ)

मुंबई, 11 अक्टूबर (भाषा) दिवंगत रतन टाटा के सौतेले भाई नोएल टाटा अब ‘टाटा ट्रस्ट्स’ के चेयरमैन होंगे।

यह विभिन्न परमार्थ-संस्थाओं का एक समूह है जो अप्रत्यक्ष रूप से 165 अरब अमेरिकी डॉलर के नमक से लेकर सॉफ्टवेयर बनाने वाले समूह को नियंत्रित करता है।

उद्योगपति रतन टाटा (86) का बुधवार रात आयु संबंधी समस्याओं से निधन हो गया था जिसके बाद उनके उत्तराधिकारी की तलाश शुरू की गई।

टाटा ट्रस्ट्स में शामिल विभिन्न ट्रस्ट के न्यासियों ने शुक्रवार को मुंबई में एक संयुक्त बैठक की और टाटा ट्रस्ट्स के चेयरमैन रतन टाटा के निधन पर शोक व्यक्त किया। बैठक में न केवल टाटा समूह के लिए बल्कि राष्ट्र निर्माण में भी उनकी (रतन टाटा की) महत्वपूर्ण सेवाओं को याद किया।

बयान में कहा गया, ‘‘ इसके तुरंत बाद हुई अलग-अलग बैठकों में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि नोएल नवल टाटा को टाटा ट्रस्ट्स और उसके तहत आने वाले अन्य सभी ट्रस्ट का चेयरमैन नियुक्त किया जाए। साथ ही उन्हें टाटा ट्रस्ट्स का चेयरमैन भी नामित किया जाए।’’

इसमें कहा गया कि उनकी नियुक्ति तत्काल प्रभावी होगी।

नोएल टाटा ने अपनी नियुक्ति पर कहा, ‘‘ मैं रतन एन. टाटा और टाटा समूह के संस्थापकों की विरासत को आगे बढ़ाने के लिए तत्पर हूं। एक सदी से भी अधिक समय पहले स्थापित टाटा ट्रस्ट्स सामाजिक कल्याण के कार्यों का एक अद्वितीय जरिया है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ इस अवसर पर हम अपनी विकासात्मक तथा परोपकारी पहल को आगे बढ़ाने और राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान देने के लिए स्वयं को पुनः समर्पित करते हैं।’’

रतन टाटा की छत्रछाया में अधिकतर काम करने के बाद नोएल (67) को अब ‘टाटा ट्रस्ट्स’ का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी मिली है। इसमें मोटे तौर पर सर रतन टाटा ट्रस्ट एंड अलाइड ट्रस्ट्स और सर दोराबजी टाटा ट्रस्ट एंड अलाइड ट्रस्ट शामिल हैं, जिनके पास टाटा संस की नियंत्रक 66 प्रतिशत हिस्सेदारी है। टाटा संस, टाटा समूह की कंपनियों की होल्डिंग व प्रवर्तक कंपनी है।

नोएल, सर रतन टाटा ट्रस्ट और सर दोराबजी टाटा ट्रस्ट के निदेशक मंडल में न्यासी (ट्रस्टी) हैं।

नोएल की पत्नी अलू मिस्त्री हैं, जो दिवंगत साइरस मिस्त्री की बहन हैं। अलू मिस्त्री शापूरजी पालोनजी परिवार का हिस्सा हैं, जो 18.4 प्रतिशत से अधिक हिस्सेदारी के साथ टाटा संस का सबसे बड़ा निजी शेयरधारक है।

साइरस मिस्त्री को टाटा संस के चेयरमैन पद से हटाए जाने के बाद से शापूरजी पालोनजी समूह और टाटा के बीच संबंध अच्छे नहीं रहे हैं।

टाटा संस समूह के सभी वाणिज्यिक उद्यमों का परिचालन करती है और पिछले वर्ष सामूहिक रूप से इसका राजस्व 165 अरब अमेरिकी डॉलर रहा था।

नोएल को टाटा ट्रस्ट्स में रतन टाटा की जगह लेने के लिए सबसे आगे देखा जा रहा था। हालांकि, रतन टाटा के लंबे समय के विश्वासपात्र मेहली मिस्त्री के नाम को लेकर भी अटकलें थीं।

नोएल 1999 से टाटा समूह से जुड़े हुए हैं। नवल एच टाटा और सिमोन एन टाटा के पुत्र नोएल टाटा वर्तमान में टाटा समूह की विभिन्न कंपनियों के निदेशक मंडल का हिस्सा हैं। वह ट्रेंट, टाटा इंटरनेशनल लिमिटेड, वोल्टास तथा टाटा इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन के चेयरमैन और टाटा स्टील तथा टाइटन कंपनी लिमिटेड के वाइस चेयरमैन हैं।

वह 40 साल से अधिक समय से टाटा समूह से जुड़े हुए हैं।

नोएल ने अगस्त, 2010 और नवंबर, 2021 के बीच टाटा समूह की व्यापार तथा वितरण इकाई टाटा इंटरनेशनल लिमिटेड के प्रबंध निदेशक के रूप में आखिरी बार कोई कार्यकारी पद संभाला था। इस दौरान उन्होंने कंपनी के कारोबार को 50 करोड़ अमेरिकी डॉलर से तीन अरब डॉलर से अधिक तक पहुंचाया था।

नोएल, टाटा इंटरनेशनल में अपने कार्यकाल से पहले टाटा समूह की खुदरा इकाई ट्रेंट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक के रूप में कार्यरत थे। उन्होंने 1998 में एक स्टोर से लेकर विभिन्न फॉर्मेट वाले 700 से अधिक स्टोर तक ट्रेंट की वृद्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

ससेक्स विश्वविद्यालय (ब्रिटेन) से स्नातक नोएल ने 1994 में इनसीड से अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी कार्यक्रम (आईईपी) की पढ़ाई पूरी की थी।

भाषा निहारिका अजय

अजय

 

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