Ratan Tata Story taj hotel mumbai on firing on terrorist attack

Ratan Tata Story: ‘जरूरत पड़े तो बम से उड़ा दो मेरी प्रॉपर्टी’, लेकिन…, मुंबई में हुए 26\11 हमले के बीच ताज होटल पहुंच गए थे रतन टाटा, इंटरव्यू में सुनाई थी कहानी

Ratan Tata Story: 'जरूरत पड़े तो बम से उड़ा दो मेरी प्रॉपर्टी', लेकिन..., मुंबई में हुए 26\11 हमले के बीच ताज होटल पहुंच गए थे रतन टाटा, इंटरव्यू में सुनाई थी कहानी

Edited By :   Modified Date:  October 10, 2024 / 08:38 AM IST, Published Date : October 10, 2024/8:38 am IST

नई दिल्ली: Ratan Tata Story आज पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई है। देश के मशहूर उद्योगपति रतन टाटा का बुधवार देर रात निधन हो गया। 86 साल के रतन टाटा ने मुंबई के ब्रीच कैंडी हाॅस्पिटल में अंतिम सांस ली। आपको बता दें कि मशहूर उद्योगपति रतन टाटा लंबे समय से बीमार चल रहे थे। जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

Read More: Ratan Tata Passed Away : दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा का निधन, देशभर में शोक की लहर, प्रधानमंत्री मोदी समेत कई नेताओं ने जताया शोक 

Ratan Tata Story दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा बिजनेस मैन के साथ साथ वह एक नेकदिल के इंसान थे। कारोबार के साथ-साथ उन्होंने देश के प्रति अपनी जिम्मेदारी को भी बखूबी निभाई। उनके दिल में न सिर्फ इंसान बल्कि जानवरों तक के लिए बेशुमार प्यार था। मुंबई में हुए 26\11 हमले से जुड़ा एक किस्सा इस बात की पैरवी करता है। मुंबई में 26/11 को हुए आतंकी हमले में आतंकियों ने मशहूर ताज होटल को भी निशाना बनाया था।

Read More: Rashifal : आज नवरात्रि का आठवां दिन.. इन राशियों की लगेगी नैया पार, जातकों को हर कार्य में मिलेगी सफलता 

उस दिन वाक्ये का जिक्र रतन टाटा ने एक इंटरव्यू में किया था। वह बताते हैं कि उन्हें ताज होटल से किसी का कॉल आया था और ताज होटल के बारे में जानकारी दी थी कि होटल में गोलीबारी हो रही है। जिसके बाद मैंने ताज के स्टाफ को काॅल किया, लेकिन उन्होंने मेरा फोन नहीं उठाया। फिर मैं अपनी कार से ताज पहुंच गया। लेकिन वहां मुझे रोक दिया गया। क्योंकि वहां गोलीबारी हो रही थी।

Read More: Ratan Tataa Net Worth: कितनी दौलत छोड़ दुनिया से विदा हुए दानवीर उद्योगपति रतन टाटा?.. जानिए उनके नेटवर्थ के बारें में सबकुछ

आगे बताते हैं कि जिस वक़्त यह हमला हुआ होटल में तकरीबन 300 गेस्ट माजूद थे। रेस्टोरेंट भरे हुए थे। वहां मौजूद स्टाफ ने सभी को बचाने की ओर सुरक्षित जगह पहुंचाने की पूरी कोशिश की और इस दौरान कई मारे भी गए। इंटरव्यू में बताया गया है कि उन तीन दिन और तीन रातों के लिए रतन टाटा ताज के प्रबंधन के साथ खड़े रहे।

Read More: MP News : सीएम डॉ. मोहन यादव की सुरक्षा में बड़ी चूक.. DCP ने प्रधान आरक्षक पर की कार्रवाई, रोक दी एक साल की वेतन वृद्धि 

इस दौरान उन्होंने वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों से कहा कि अगर जरूरत पड़े तो मेरी पूरी प्राॅपर्टी को ही बम से उड़ा दो, मुझे उसकी कोई चिंता नहीं है, लेकिन एक भी आतंकी जिंदा नहीं बचना चाहिए। रतन टाटा ने आगे बताया कि उस वक्त ताज होटल में 300 गेस्ट मौजूद थे। रेस्टाॅरेंट भरे हुए थे। वहां मौजूद स्टाफ ने सभी को सुरक्षित जगह पर पहुंचाने की पूरी कोशिश की। उस दौरान कई लोग मारे भी गए।

देश दुनिया की बड़ी खबरों के लिए यहां करें क्लिक

Follow the IBC24 News channel on WhatsApp

खबरों के तुरंत अपडेट के लिए IBC24 के Facebook पेज को करें फॉलो