बिलासपुर। लॉकडाउन में फंसे मजदूरों की वापसी के बाद उन्हें रोजगार उपलब्ध कराने के लिए अब रेलवे अपने कार्यों को मनरेगा के तहत कराने जा रहा है, जिसके लिए रेलवे बोर्ड ने सभी जोनल मुख्यालयों को आदेशित किया है। बिलासपुर जोन से इसकी शुरुवात भी हो गयी है। इसके जरिये प्रयास है कि मजदूर रोजगार के लिए दूसरे राज्यों में पलायन न करें।
ये भी पढ़ें: भिलाई में मिले 3 नए कोरोना पॉजिटिव, प्रदेश के इन जिलों में आज 23 मरीजों की पुष्टि
दरअसल, लॉकडाउन में रियायत और सरकार के पहल के बाद जो श्रमिक रोजगार के लिए दूसरे प्रदेशों में पलायन कर गए थे, उन प्रवासी श्रमिकों की घर वापसी हो रही है। सरकार के सामने अब ऐसे श्रमिकों को उनके घर में रोजगार देने की चुनौती है, ताकि उन्हें दोबारा पलायन न करना पड़े। लिहाज़ा सरकार अब ऐसे मजदूरों को रेलवे में भी मनरेगा के तहत रोजगार देने जा रही है। रेलवे बोर्ड ने इसके लिए सभी जोन को निर्देश जारी किया है। इस निर्देश के साथ ही दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में इसका क्रियान्वयन भी शुरू हो गया है।
ये भी पढ़ें: चीन के खिलाफ फूट रहा गुस्सा, लोगों ने चीनी सामान की होली जलाकर उपयो…
बिलासपुर,रायपुर और नागपुर डिवीजन में इस निर्देश के तहत मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराए जा रहे हैं। जिसमें लेवल क्रॉसिंग, रेलवे स्टेशन के लिए संपर्क मार्ग का निर्माण और मरम्मत सहित अन्य काम लिए जा रहे हैं। रेलवे ने छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, बिहार, आंध्र प्रदेश, राजस्थान सहित अन्य प्रदेशों में इस योजना का इस्तेमाल किया है। माना जा रहा है कि इस योजना से रोजगार की तलाश कर रहे प्रवासी मजदूरों को काम मिलेगा। रेलवे बोर्ड ने रेल अधिकारियों को संबंधित प्रदेश सरकार के साथ समन्वय स्थापित कर ज्यादा से ज्यादा लोगों को रोजगार देने के निर्देश दिये हैं।
ये भी पढ़ें: ई-कॉमर्स कंपनी Amazon जल्द करेगी शराब की होम डिलीवरी, इस राज्य की सरकार ने कि…