त्वरित वाणिज्य समाधान एक अलग श्रेणी, नायका को इसमें उतरने की जरूरत नहीं: नायर |

त्वरित वाणिज्य समाधान एक अलग श्रेणी, नायका को इसमें उतरने की जरूरत नहीं: नायर

त्वरित वाणिज्य समाधान एक अलग श्रेणी, नायका को इसमें उतरने की जरूरत नहीं: नायर

:   Modified Date:  October 26, 2024 / 04:00 PM IST, Published Date : October 26, 2024/4:00 pm IST

(मौमिता बक्शी चटर्जी)

मुंबई, 26 अक्टूबर (भाषा) ई-कॉमर्स कंपनी नायका की संस्थापक और सीईओ फल्गुनी नायर ने कहा कि त्वरित वाणिज्य समाधान एक अलग श्रेणी है, और यह किराने का सामान तथा दैनिक उपयोग की वस्तुओं जैसे उत्पादों को पहुंचाने के लिए सही है।

उन्होंने कहा कि यह ऐसा क्षेत्र नहीं है, जहां सौंदर्य और फैशन मंच नायका को उतरना चाहिए।

नायर ने कहा कि नायका लगातार आपूर्ति में लगने वाले समय में सुधार, ग्राहकों के नजदीक आने और एक व्यापक नेटवर्क बनाने पर ध्यान केंद्रित कर रही है।

उन्होंने कहा कि भारतीय उपभोक्ता हर श्रेणी में बेहतर गुणवत्ता और पेशकशों से अधिक पाने की तलाश कर रहे हैं।

उन्होंने ‘नायकालैंड’ के मौके पर पीटीआई-भाषा को दिए साक्षात्कार में कहा कि इस कार्यक्रम में ब्रांड, नई शैलियों, नए उत्पादों और अंतरराष्ट्रीय स्तर के मेकअप कलाकारों के साथ मास्टर कक्षाओं का प्रदर्शन किया जाएगा।

इस कार्यक्रम का यह दूसरा संस्करण है और इसमें अधिक आगंतुकों, दर्शकों और ब्रांड भागीदारी की उम्मीद है।

उन्होंने कहा, ”हमने कहा है कि भारतीय उपभोक्ताओं को सौंदर्य और फैशन के सर्वश्रेष्ठ उत्पाद उपलब्ध होने चाहिए और हम देश में बहुत से अंतरराष्ट्रीय ब्रांड लाने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं।”

उन्होंने कहा कि सौंदर्य एक बहुत ही समावेशी दुनिया है, और अंतरराष्ट्रीय ब्रांड से लेकर हमारे स्थानीय ब्रांड तक, सौंदर्य और फैशन के क्षेत्र में जो कुछ भी पेश किया जाता है, वह सब यहां मौजूद है।

त्वरित वाणिज्य यानी तेजी से उपभोक्ता सामना पहुंचने की सेवाओं के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि ये भारतीय उपभोक्ताओं को लुभा रही हैं लेकिन यह वह जगह नहीं है, जहां नायका को उतरना चाहिए।

नायर का मानना ​​है कि त्वरित वाणिज्य एक बहुत अलग श्रेणी की जरूरतों को पूरा कर रहा है।

नायका के मंच पर 3.5 करोड़ ग्राहक हैं और यह 200 स्टोर के जरिये संचालन करती है।

नायर ने कहा कि नायका के भौतिक खुदरा स्टोर का कारोबार उसके कुल कारोबार का 10 प्रतिशत से भी कम है।

भाषा पाण्डेय

पाण्डेय

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)