नयी दिल्ली, 25 मार्च (भाषा) बाहरी लेखा परीक्षक पीडब्ल्यूसी शुक्रवार को इंडसइंड बैंक के वायदा-विकल्प पोर्टफोलियो में लेखा विसंगतियों के बारे में अपनी रिपोर्ट बैंक के निदेशक मंडल को सौंप सकता है। सूत्रों ने यह जानकारी दी।
एक अनुमान के मुताबिक, लेखांकन में 2,100 करोड़ रुपये की विसंगति बैंक की कुल संपत्ति के 2.35 प्रतिशत हिस्से को प्रभावित कर सकती है।
सूत्रों ने बताया कि पीडब्ल्यूसी की व्यापक रिपोर्ट में लेखा विसंगतियों, विभिन्न स्तरों पर चूक और सुधारात्मक कार्रवाई के कारण बैंक को हुए वास्तविक नुकसान का जिक्र होने की उम्मीद है।
बैंकिंग क्षेत्र के नियामक भारतीय रिजर्व बैंक ने इंडसइंड बैंक के बोर्ड और प्रबंधन को सभी हितधारकों के सामने जरूरी खुलासे करने और चालू तिमाही के दौरान ही सुधारात्मक कार्रवाई करने का निर्देश दिया था। चालू तिमाही 31 मार्च को समाप्त हो रही है।
इस बीच, इंडसइंड बैंक के बोर्ड ने लेखा चूक के फॉरेंसिक ऑडिट के लिए ग्रांट थॉर्नटन को भी नियुक्त किया है। ग्रांट थॉर्नटन विसंगतियों के मूल कारण की पहचान करने और प्रचलित लेखा मानकों के संबंध में वायदा-विकल्प अनुबंधों के प्रभाव का आकलन करने के लिए एक व्यापक जांच करेगी।
इसके अलावा ग्रांट थॉर्नटन किसी भी चूक की पहचान करेगी और लेखा विसंगतियों के संबंध में जवाबदेही तय करेगी।
भाषा पाण्डेय अजय
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