सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का मुनाफा पहली तिमाही में दोगुने से अधिक होकर 34,774 करोड़ रुपये रहा |

सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का मुनाफा पहली तिमाही में दोगुने से अधिक होकर 34,774 करोड़ रुपये रहा

सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का मुनाफा पहली तिमाही में दोगुने से अधिक होकर 34,774 करोड़ रुपये रहा

Edited By :  
Modified Date: August 6, 2023 / 05:41 PM IST
,
Published Date: August 6, 2023 5:41 pm IST

(कुमार दीपांकर)

नयी दिल्ली, छह अगस्त (भाषा) सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (पीएसबी) ने एक बार फिर शानदार प्रदर्शन करते हुए चालू वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही में सालाना आधार पर दोगुने से अधिक 34,774 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया।

सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों द्वारा जारी पहली तिमाही के आंकड़ों के अनुसार, पिछले वित्त वर्ष की अप्रैल-जून अवधि के दौरान सभी 12 पीएसयू बैंकों ने कुल 15,306 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया था।

समीक्षाधीन अवधि में उच्च-ब्याज दर से बैंकों को बेहतर शुद्ध ब्याज मार्जिन (एनआईएम) अर्जित करने में मदद मिली। अधिकांश बैंकों का एनआईएम तीन प्रतिशत से अधिक रहा।

पहली तिमाही में पुणे स्थित बैंक ऑफ महाराष्ट्र का एनआईएम सबसे अधिक 3.86 प्रतिशत रहा। इसके बाद सेंट्रल बैंक का एनआईएम 3.62 प्रतिशत और इंडियन बैंक का 3.61 प्रतिशत रहा।

समीक्षाधीन अवधि में चार ऋणदाताओं ने 100 प्रतिशत से अधिक का लाभ कमाया। पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) ने सबसे अधिक वृद्धि दर्ज की। उसने 1,255 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया, जबकि यह पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 308 करोड़ रुपये था। यानी उसने 307 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की।

एसबीआई का लाभ अभी तक किसी भी तिमाही के मुकाबले सबसे अधिक रहा। उसने 178 प्रतिशत वृद्धि के साथ 16,884 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा कमाया, जो सभी पीएसबी द्वारा अर्जित कुल लाभ का करीब 50 प्रतिशत है।

अन्य पांच पीएसबी ने 50 से 100 प्रतिशत के बीच वृद्धि दर्ज की। इनमें बैंक ऑफ महाराष्ट्र शीर्ष पर रहा, जिसका शुद्ध लाभ 95 प्रतिशत बढ़कर 882 करोड़ रुपये हो गया। इसके बाद बैंक ऑफ बड़ौदा का शुद्ध लाभ 88 प्रतिशत बढ़कर 4,070 करोड़ रुपये और यूको बैंक का शुद्ध लाभ 81 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 581 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।

इन 12 बैंकों में केवल दिल्ली स्थित पंजाब एंड सिंध बैंक के शुद्ध लाभ में गिरावट दर्ज की गई। समीक्षाधीन तिमाही में उसका शुद्ध लाभ 25 प्रतिशत की गिरावट के साथ 153 करोड़ रुपये रहा।

भाषा निहारिका अनुराग पाण्डेय

पाण्डेय

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)