नयी दिल्ली, 14 दिसंबर (भाषा) मजबूत मांग के बावजूद नवंबर में पुणे में संपत्तियों का पंजीकरण सालाना आधार पर 11 प्रतिशत घटकर 13,371 इकाई रह गया। रियल एस्टेट परामर्श कंपनी नाइट फ्रैंक इंडिया ने शनिवार को एक रिपोर्ट में यह कहा।
रिपोर्ट के अनुसार, पुणे में नवंबर 2024 में 13,371 संपत्ति पंजीकरण दर्ज किए गए, जिससे राज्य के खजाने में 475 करोड़ रुपये का राजस्व आया।
पिछले साल नवंबर में शहर में 14,988 संपत्तियों का पंजीकरण हुआ था।
इस साल अक्टूबर में 20,894 इकाइयों की तुलना में नवंबर में संपत्तियों के पंजीकरण में 36 प्रतिशत की गिरावट आई।
नाइट फ्रैंक इंडिया के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक (सीएमडी) शिशिर बैजल ने कहा, “पुणे के संपत्ति बाजार में खरीदारों की बदलती प्राथमिकताओं और बाजार स्थितियों के अनुरूप पंजीकरण में लगातार वृद्धि हो रही है।”
इन आंकड़ों पर पुणे स्थित गेरा डेवलपमेंट्स के प्रबंध निदेशक रोहित गेरा ने कहा कि नवंबर में पंजीकरण आम तौर पर सितंबर में की गई बिक्री के परिणामस्वरूप होता है।
गेरा ने कहा, “बढ़ी हुई कीमतों के साथ-साथ घरों के आकार में वृद्धि के परिणामस्वरूप बिक्री में मामूली मंदी आई है, जिससे कुल घरों की कीमतें वहनीयता की सीमा तक पहुंच गई हैं। इस महीने की संख्या में कमी का दूसरा कारण हर साल त्यौहारी सीजन की तारीखों में होने वाला बदलाव हो सकता है। यह बताने में कुछ महीने लगेंगे कि यह एक असामान्यता है या एक चलन।
इन्फ्रामंत्रा के निदेशक और सह-संस्थापक गर्वित तिवारी ने कहा, “नवंबर में पुणे में संपत्ति पंजीकरण में गिरावट बाजार में किसी भी कमजोरी का लक्षण नहीं है।
उन्होंने कहा, “यह संपत्ति चाहने वालों की मजबूत मांग को दर्शाता है, और कोई भी गिरावट उच्च आधार प्रभाव के कारण हो सकती है।”
तिवारी ने कहा कि पिछले साल, आवास बाजार ने भारतीय शहरों में रिकॉर्ड उच्च संपत्ति बिक्री देखी।
उन्होंने कहा, “बुनियादी ढांचे की मजबूत वृद्धि, सामर्थ्य, रोजगार के अवसर और गृह स्वामित्व की भावनाएं पुणे आवास बाजार के लिए मजबूत चालक रहे हैं।”
भाषा अनुराग पाण्डेय
पाण्डेय
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