नयी दिल्ली, 22 जुलाई (भाषा) मुख्य आर्थिक सलाहकार वी अनंत नागेश्वरन ने सोमवार को कहा कि कोविड-19 के बाद निजी क्षेत्र में निवेश में सुधार हो रहा है और आने वाले महीनों में इसमें और तेजी आने की उम्मीद है।
संसद में सोमवार को आर्थिक समीक्षा 2023-24 पेश करने के बाद नागेश्वरन ने कहा कि कोविड-19 महामारी के बाद निजी क्षेत्र के निवेश में सुधार हो रहा है।
उन्होंने कहा, “कोविड के समय में थोड़ी मंदी आई थी, लेकिन संभावना है कि वे मशीनरी और उपकरणों तथा बौद्धिक संपदा उत्पादों में अधिक निवेश कर सकते हैं। पिछले दो साल में उन निवेशों में भी वृद्धि होने लगी है, लेकिन और अधिक करने की गुंजाइश है क्योंकि गुणवत्तापूर्ण नौकरियां यही पैदा करते हैं।”
सीईए ने कहा कि निजी क्षेत्र का निवेश केवल सीमेंट और इस्पात तक ही सीमित नहीं है, बल्कि आंकड़े बताते हैं कि कई क्षेत्र ऐसे हैं जहां निजी क्षेत्र पूंजी निर्माण कर रहा है।
उन्होंने कहा कि सकल स्थायी पूंजी निर्माण (जीएफसीएफ) वृद्धि के एक महत्वपूर्ण चालक के रूप में उभर रहा है, जैसा कि मौजूदा कीमतों में इसकी बढ़ती हिस्सेदारी से संकेत मिलता है। उन्होंने कहा कि भारत निजी पूंजीगत व्यय चक्र के बीच में है, जिसे सरकारी पूंजीगत व्यय से सहायता मिली है।
कोविड महामारी के बाद अनिश्चित और चुनौतीपूर्ण वैश्विक परिवेश के बीच पूंजीगत व्यय पर सरकार का जोर आर्थिक वृद्धि का एक महत्वपूर्ण चालक रहा है।
भाषा अनुराग पाण्डेय
पाण्डेय
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