नयी दिल्ली, 20 जनवरी (भाषा) उत्तर प्रदेश में दो बिजली वितरण कंपनियों (डिस्कॉम) के निजीकरण के सरकार के प्रयासों के विरोध में बृहस्पतिवार को लाखों बिजली इंजीनियर देशव्यापी आंदोलन करेंगे। एक बयान में यह जानकारी दी गई।
‘नेशनल कोऑर्डिनेशन कमेटी ऑफ इलेक्ट्रिसिटी एम्प्लॉई एंड इंजीनियर (एनसीसीओईईई)’ के सदस्य भी चंडीगढ़ के बिजली विभाग को निजी इकाई को सौंपने के विरोध में प्रदर्शन करेंगे।
ऑल इंडिया पावर इंजीनियर्स फेडरेशन (एआईपीईएफ) की ओर से जारी बयान के अनुसार, यह विरोध-प्रदर्शन राज्य/संघ शासित प्रदेश की राजधानी में 23 जनवरी को किया जाएगा।
एआईपीईएफ के चेयरमैन शैलेंद्र दुबे ने बताया कि एनसीसीओईईई ने उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (पीवीवीएनएल) और दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (डीवीवीएनएल) के निजीकरण के लिए लेनदेन सलाहकार नियुक्त करने को बोली पूर्व सम्मेलन को रद्द करने की मांग की है।
दुबे ने कहा कि चंडीगढ़ के बिजली विभाग को 871 करोड़ रुपये में एक निजी इकाई को सौंपा जा रहा है, जबकि इसकी परिसंपत्तियों की कीमत 22,000 करोड़ रुपये है।
दोनों डिस्कॉम के तहत उत्तर प्रदेश के 75 में से 42 जिले आते हैं।
दुबे ने बताया कि सरकार के इस कदम का उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में विरोध हो रहा है।
भाषा योगेश अजय
अजय
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(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)