Potato-Onion Price Hike: नई दिल्ली। देश में लोकसभा चुनाव बेहद नजदीक है। बता दें कि सात चरणों में मतदान होंगे वहीं, 4 जून को मतो की गणना होगी। एक तरफ जहां मौजूदा सरकार महंगाई और बेरोजगारी से मुक्ति दिलाने का वादा देश की जनता से कर रही है तो वहीं अब लोकसभा चुनाव से पहले आम जनता को तगड़ा झटका दिया है। सरकार की ओर से जारी थोक महंगाई के आंकड़ों से इसकी जानकारी मिली है। बता दें कि फरवरी में डब्ल्यूपीआई आधारित थोक महंगाई दर 0.20 फीसदी पर थी। यह मार्च में बढ़कर 0.53 फीसदी पर पहुंच गई है। इसमें सबसे ज्यादा बढ़ोतरी आलू और प्याज की कीमतों में देखने को मिला है।
आलू-प्याज के दामों में बढ़ोतरी
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के एक बयान के मुताबिक, अखिल भारतीय थोक मूल्य सूचकांक (WPI) आंकड़ों पर आधारित मुद्रास्फीति की वार्षिक दर मार्च 2024 में 0.53 प्रतिशत रही। आलू की मुद्रास्फीति मार्च 2023 में 25.59 प्रतिशत थी जो मार्च 2024 में 52.96 प्रतिशत रही। वहीं, प्याज की मुद्रास्फीति 56.99 प्रतिशत रही जो मार्च 2023 में शून्य से नीचे 36.83 प्रतिशत थी।
खाद्य पदार्थों की कीमतों में गिरावट
आंकड़ों के मुताबिक, वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों के बढ़ने से इस साल मार्च में कच्चे पेट्रोलियम खंड में मुद्रास्फीति 10.26 प्रतिशत बढ़ गई। वहीं, खाद्य पदार्थों की कीमतों में गिरावट के कारण इस साल मार्च में खुदरा मुद्रास्फीति घटकर पांच महीने के निचले स्तर 4.85 प्रतिशत पर आ गई। खुदरा या उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) आधारित मुद्रास्फीति मार्च में बढ़कर 5.66 प्रतिशत हो गई। यह फरवरी में 5.09 प्रतिशत थी। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) द्वारा पिछले सप्ताह जारी आंकड़ों के अनुसार, खाद्य पदार्थों की मुद्रास्फीति मार्च में 8.52 प्रतिशत रही जो फरवरी में 8.66 प्रतिशत थी।
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