नयी दिल्ली, एक नवंबर (भाषा) त्योहारी सत्र में मांग बढ़ने से अक्टूबर में पेट्रोल की खपत 7.3 प्रतिशत बढ़ गई जबकि डीजल की बिक्री में 3.3 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।
सार्वजनिक क्षेत्र की तीन पेट्रोलियम विपणन कंपनियों के शुक्रवार को जारी प्रारंभिक आंकड़ों से यह जानकारी मिली। इन कंपनियों की घरेलू ईंधन बाजार में 90 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
आंकड़ों के मुताबिक, इन कंपनियों की पेट्रोल बिक्री अक्टूबर में बढ़कर 31 लाख टन हो गई, जबकि पिछले साल इसी महीने में यह आंकड़ा 28.7 लाख टन था। हालांकि इस दौरान डीजल मांग 3.3 प्रतिशत घटकर 67 लाख टन रह गई।
त्योहारी सत्र की शुरुआत के साथ निजी वाहनों के इस्तेमाल में वृद्धि होने से पेट्रोल की बिक्री बढ़ी है। दूसरी ओर बारिश का मौसम लंबा खिंचने से कृषि क्षेत्र की कम मांग होने से डीजल की मांग में गिरावट दर्ज आई।
पिछले कुछ महीनों में पेट्रोल और डीजल की बिक्री सुस्त रही है क्योंकि मानसून की बारिश ने वाहनों की आवाजाही और कृषि क्षेत्र की मांग को कम कर दिया है।
अक्टूबर में पेट्रोल की बिक्री मासिक आधार पर 7.8 प्रतिशत बढ़ी। दूसरी ओर डीजल की खपत करीब 20 प्रतिशत बढ़ी।
अक्टूबर 2024 में विमान ईंधन (एटीएफ) की बिक्री सालाना आधार पर 2.5 प्रतिशत बढ़कर 6,47,700 टन हो गई। हालांकि, मासिक आधार पर इसमें 2.6 प्रतिशत की गिरावट हुई।
अक्टूबर 2024 में घरेलू रसोई गैस एलपीजी की बिक्री सालाना आधार पर 7.5 प्रतिशत बढ़कर 28.2 लाख टन हो गई।
भाषा पाण्डेय प्रेम
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