पर्सनल कंप्यूटर का निर्यात अप्रैल-अगस्त में तेजी से बढ़ा |

पर्सनल कंप्यूटर का निर्यात अप्रैल-अगस्त में तेजी से बढ़ा

पर्सनल कंप्यूटर का निर्यात अप्रैल-अगस्त में तेजी से बढ़ा

:   Modified Date:  October 17, 2024 / 07:51 PM IST, Published Date : October 17, 2024/7:51 pm IST

नयी दिल्ली, 17 अक्टूबर (भाषा) देश में बने स्मार्टफोन के बाद लैपटॉप सहित पर्सनल कंप्यूटर का निर्यात चालू वित्त वर्ष के पहले पांच महीनों में तेजी से बढ़ा है और यह इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पाद निर्यात में प्रमुख स्थान पर रहा है।

वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, अप्रैल-अगस्त, 2024 के दौरान शीर्ष पांच बाजारों में लैपटॉप का निर्यात बढ़कर 10.26 करोड़ डॉलर हो गया जो पिछले वर्ष की समान अवधि में सिर्फ 3.7 करोड़ डॉलर था।

भारत से संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), रूस, बांग्लादेश, अमेरिका और श्रीलंका को पर्सनल कंप्यूटर का निर्यात अच्छी रफ्तार से बढ़ा है।

उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना के जरिये देश में पर्सनल कंप्यूटर के विनिर्माण को बढ़ावा देने और कारोबारी सुगमता लाने की दिशा में सरकार के प्रयासों से पर्सनल कंप्यूटर के निर्यात को समर्थन मिला है।

भारत में निर्मित लैपटॉप, पामटॉप और हैंडहेल्ड कंप्यूटर का सबसे बड़ा बाजार यूएई है जिसने चालू वित्त वर्ष के पहले पांच महीनों में इन उपकरणों का 6.4 करोड़ डॉलर का आयात किया। पिछले साल की समान अवधि में यह 2.97 करोड़ डॉलर था।

अप्रैल-अगस्त में रूस को निर्यात पिछले साल की इसी अवधि के 44 लाख डॉलर से बढ़कर 2.04 करोड़ डॉलर हो गया।

समीक्षाधीन अवधि में भारत से पर्सनल कंप्यूटर के अन्य बाजार बांग्लादेश (77 लाख डॉलर), श्रीलंका (56 लाख डॉलर) और अमेरिका (37 लाख डॉलर) रहे हैं।

हालांकि, इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों के निर्यात खंड में स्मार्टफोन अब भी सबसे आगे हैं। अप्रैल-अगस्त में भारत में बने स्मार्टफोन का शीर्ष पांच बाजारों में 5.1 अरब डॉलर का निर्यात किया गया जो पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 59 प्रतिशत अधिक है।

स्मार्टफोन के लिए अमेरिका 2.88 अरब डॉलर के निर्यात के साथ सबसे बड़ा बाजार रहा। इसके बाद नीदरलैंड 83.3 करोड़ डॉलर, ब्रिटेन 51.7 करोड़ डॉलर, इटली 44.9 करोड़ डॉलर और ऑस्ट्रिया 42.1 करोड़ डॉलर का स्थान रहा।

इन आंकड़ों से पता चलता है कि अप्रैल-अगस्त में प्रिंटेड सर्किट बोर्ड (पीसीबी) का निर्यात 76 प्रतिशत बढ़कर 1.27 करोड़ डॉलर हो गया।

भाषा प्रेम प्रेम अजय

अजय

 

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