24 घंटे के अंदर खाते में आएंगे शेयर लेनदेन का भुगतान, T+1 सेटलमेंट नियम आज से लागू

24 घंटे के अंदर खाते में आएंगे शेयर लेनदेन का भुगतान, T+1 सेटलमेंट नियम आज से लागू

24 घंटे के अंदर खाते में आएंगे शेयर लेनदेन का भुगतान, T+1 सेटलमेंट नियम आज से लागू

Edited By :  
Modified Date: November 29, 2022 / 07:58 PM IST
Published Date: February 25, 2022 1:30 pm IST

नई दिल्ली। देश के प्रमुख शेयर बाजारों बीएसई और एनएसई में शेयरों के लेनदेन के लिए भुगतान की टी प्लस वन प्रणाली आज से लागू हो जाएगी।  टी प्लस वन का मतलब यह है कि लेनदेन से संबंधित सेटलमेंट वास्तविक लेनदेन के एक दिन के भीतर हो जाना चाहिए।

पढ़ें- शोपियां में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में 2 आतंकी ढेर, सर्च ऑपरेशन अब भी जारी

शेयरों के लेनदेन से हासिल रकम खाते में आने की अवधि पहले वास्तविक लेनदेन से पांच दिनों तक यानी टी प्लस फाइव थी। पूंजी बाजार नियामक सेबी ने इसे वर्ष 2002 में घटाकर टी प्लस थ्री किया, जिसके बाद संबंधित शेयरधारक के खाते में बिक्री की रकम तीन दिनों के भीतर आने लगी।

पढ़ें- Ukraine Russia war: भारत के रूख से नाराज हुआ यूक्रेन! कही ये बात.. अब भी है मोदी से आस

बाजार नियामक ने वर्ष 2003 में इसे घटाकर दो दिन कर दिया। जानकारों का कहना है कि इस नई व्यवस्था से शेयर बाजारो में रकम का आदान-प्रदान तेजी से होगा। इससे पहले सेबी के चेयरमैन अजय त्यागी कह चुके हैं कि नई व्यवस्था से निवेशकों के हितों की रक्षा के प्रयास और मजबूत होंगे।

पढ़ें- 6.2 तीव्रता की भूकंप के झटकों से कांप गई धरती.. घर और इमारत तबाह.. कई लोगों के घायल होने की खबर

वर्तमान में यह टी प्लस टू है, यानी शेयरों की खरीद-बिक्री की रकम संबंधित खाते में वास्तविक लेनदेन के दो दिनों के भीतर जमा की जा रही है।

पढ़ें- साइकिल सवार पर गिरा रूसी तोप का गोला.. खौफनाक मंजर का वीडियो देख दहल जाएंगे

बीएसई और नेशनल स्टाक एक्सचेंज (एनएसई) ने पिछले वर्ष नवंबर में इस बारे में एक संयुक्त बयान दिया था। इसमें उन्होंने कहा था कि आगामी 25 फरवरी से टी प्लस वन की शुरुआत की जाएगी। सबसे पहले यह व्यवस्था बाजार पूंजीकरण के लिहाज से सबसे छोटी 100 कंपनियों में लागू की जाएगी।

पढ़ें- यूक्रेन में फंसे हैं इस राज्य के 1200 छात्र, मंत्री ने पीएम मोदी से की वापसी का प्रबंध करने की अपील

उसके बाद मार्च के आखिरी शुक्रवार को इसमें बाजार पूंजीकरण के लिहाज से कम से ज्यादा के क्रम में 500 नए स्टाक्स शामिल किए जाएंगे। उसके बाद हर महीने के आखिरी शुक्रवार को इसी तरह नए 500 स्टाक्स तब तक शामिल किए जाते रहेंगे, जब तक सभी स्टाक्स इसके दायरे में नहीं आ जाते हैं।