नयी दिल्ली, नौ अक्टूबर (भाषा) इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) के सचिव एस कृष्णन ने बुधवार को कहा कि इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण के क्षेत्र में वैश्विक विनिर्माण केंद्र बनने के लिए भारत की अमेरिका के साथ एक स्वस्थ साझेदारी महत्वपूर्ण है।
इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी सचिव बुधवार को यहां उद्योग निकाय इंडिया सेलुलर एंड इलेक्ट्रॉनिक्स एसोसिएशन (आईसीईए) द्वारा आयोजित इलेक्ट्रॉनिक्स के लिए भारत-अमेरिका कार्यबल की दूसरी गोलमेज बैठक को संबोधित कर रहे थे।
इस मंच में भारतीय और अमेरिकी कंपनियों के 40 से अधिक उद्योग प्रमुखों के साथ-साथ प्रमुख सरकारी अधिकारियों ने भाग लिया। इसमें अगले दशक के दौरान भारत-अमेरिका इलेक्ट्रॉनिक्स व्यापार को 100 अरब डॉलर तक बढ़ाने की योजना पर चर्चा की गई।
उन्होंने कहा, “इलेक्ट्रॉनिक्स वैश्विक स्तर पर सबसे बड़ा एकल विनिर्माण क्षेत्र बनने की ओर अग्रसर है। भारत को न केवल अपने लिए एक मजबूत आपूर्ति श्रृंखला बनाने के लिए, बल्कि वैश्विक मूल्य श्रृंखलाओं का एक अभिन्न अंग बनने के लिए भी इसमें पर्याप्त हिस्सेदारी का दावा करना चाहिए।”
उन्होंने कहा कि भारत इन आपूर्ति श्रृंखलाओं को आपसी विश्वास पर तैयार करना चाहता है और इसे हासिल करने के लिए अमेरिका के साथ साझेदारी महत्वपूर्ण है।
भाषा अनुराग पाण्डेय
पाण्डेय
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