कराची, 28 नवंबर (भाषा) पाकिस्तान के रक्षा मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को कहा कि देश आने वाले वर्षों में मित्र देशों को रक्षा उत्पादों और उपकरणों के निर्यात से लगभग 30 अरब डॉलर कमा सकता है।
रक्षा उत्पादन सचिव लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) चिराग हैदर ने पीटीआई-भाषा से कहा कि पाकिस्तान ने उन्नत ड्रोन, लड़ाकू जेट, वाणिज्यिक और लॉजिस्टिक जहाज, इलेक्ट्रॉनिक युद्ध उपकरण और रडार सहित रक्षा उत्पादों और उपकरणों के निर्यात के लिए अंतरराष्ट्रीय रक्षा प्रदर्शनी और सेमिनार (आईडीएएएस-2024) के दौरान 82 समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं।
हैदर ने कहा कि पिछले सप्ताह कराची में कड़ी सुरक्षा के बीच आयोजित आईडीईएएस का 12वां संस्करण एक बड़ी सफलता थी और कई संभावित निर्यात समझौतों के साथ समाप्त हुआ।
प्रदर्शनी में भाग लेने के लिए अमेरिका, रूस, चीन, तुर्किये, ईरान, इटली, ब्रिटेन और अजरबैजान सहित 55 से अधिक देशों के रक्षा विनिर्माताओं और प्रदर्शकों ने प्रतिनिधिमंडल भेजे।
हैदर ने कहा, “पाकिस्तान ने 30 अरब डॉलर के संभावित निर्यात ऑर्डर के लिए समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए हैं।’’
हैदर ने कहा कि ये समझौता ज्ञापन आने वाले वर्षों में संभावित निर्यात ऑर्डरों में बदल सकते हैं।
रक्षा सचिव ने कहा कि पाकिस्तान ने 2022 में आईडीईएएस के पिछले संस्करण के बाद से पिछले तीन वर्षों में 1.3 अरब डॉलर का रक्षा निर्यात हासिल किया है।
रक्षा निर्यात संवर्धन संगठन (डीईपीओ) के महानिदेशक मेजर जनरल असद नवाज खान ने कहा कि अधिकतर समझौता ज्ञापनों पर छह सार्वजनिक क्षेत्र की संस्थाओं के साथ हस्ताक्षर किए गए। इनमें हैवी इंडस्ट्रीज तक्षशिला (एचआईटी), वाह में पाकिस्तान आयुध निर्माणी (पीओएफ), पाकिस्तान एयरोनॉटिकल कॉम्प्लेक्स (पीएसी) कामरा, द नेशनल रेडियो एंड टेलीकम्युनिकेशन कॉरपोरेशन (एनआरटीसी) और ग्लोबल इंडस्ट्रियल एंड डिफेंस सॉल्यूशंस पाकिस्तान (जीआईडीएस पाकिस्तान) शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान और चीन ने भी रक्षा उपकरण समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं।
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