(सज्जाद हुसैन)
इस्लामाबाद, 16 नवंबर (भाषा) अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने पाकिस्तान में सात अरब अमेरिकी डॉलर के ऋण पैकेज को लागू करने के लिए कर संग्रह में कमी और विदेशी ऋणों को अमलीजामा पहनाने में देरी पर चिंता जताई।
आईएमएफ मिशन ने पाकिस्तान यात्रा के दौरान अधिकारियों के साथ पांच दिनों तक गहन बैठकें कीं और ऋण से जुड़ी शर्तों को लागू करने पर विचार किया।
समाचार पत्र एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने बताया कि इस दौरान वैश्विक ऋणदाता ने पंजाब के नए कृषि आयकर कानून के बारे में भी चिंता जताई, जो अभी भी संघीय कानून के साथ पूरी तरह जुड़ा नहीं है।
एक सूत्र ने कहा कि आईएमएफ मिशन ने शुक्रवार को दो प्रमुख चिंताओं का जिक्र किया- पहली, संघीय राजस्व बोर्ड (एफबीआर) का खराब प्रदर्शन और दूसरी, 2.5 अरब अमेरिकी डॉलर के अंतर को भरने के लिए ऋणों को अंतिम रूप देने में देरी।
आईएमएफ ने पाकिस्तान से कहा कि वह आस्थगित भुगतान पर तेल पाने के लिए रियाद से संपर्क करे और बीजिंग से ऋण पुनर्गठित करने का अनुरोध करे।
भाषा पाण्डेय
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