तेल-तिलहन कीमतों में गिरावट जारी |

तेल-तिलहन कीमतों में गिरावट जारी

तेल-तिलहन कीमतों में गिरावट जारी

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Modified Date: July 29, 2024 / 09:35 PM IST
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Published Date: July 29, 2024 9:35 pm IST

नयी दिल्ली, 29 जुलाई (भाषा) देश में खाद्य तेलों का आयात अधिक रहने के बीच लगभग सभी तेल-तिलहनों के दाम पर दबाव बरकरार है। देश के तेल-तिलहन बाजारों में सोमवार को बिनौला को छोड़कर बाकी सभी खाद्य तेल-तिलहनों के दाम गिरावट दर्शाते बंद हुए। दूसरी ओर बिनौला ‘सीड’ (बीज) की मांग होने से बिनौला तेल के दाम ऊंचा बोले जाने के कारण बिनौला तेल में सुधार दिखा।

बाजार सूत्रों ने कहा कि हरियाणा की तेल मिलों ने बिनौला तिलहन की 4,550 रुपये क्विंटल के भाव पर खरीद की जिसका भाव पहले 4,500 रुपये क्विंटल था। बिनौला तिलहन का भाव मजबूत होने से बिनौला तेल के दाम भी ऊंचा बोले जा रहे हैं पर बाजार में इस तेल के लिवाल नहीं हैं। इसी वजह से केवल बिनौला तेल में सुधार है।

सूत्रों ने कहा कि जब तेल-तिलहन उद्योग की दुर्दशा पर किसी की नजर नहीं है तो इसकी जिम्मेदारी सरकार को ही लेनी चाहिये कि वह आयातित खाद्य तेलों के सस्ते थोक दाम से निपटने का कोई रास्ता तलाशे। जिस सस्ते आयातित तेलों के केवल थोक दाम ही सस्ते हैं लेकिन खुदरा बाजार में जाकर देखें तो यही सस्ता तेल काफी ऊंचे दाम पर बेचा जा रहा है। इन सस्ते आयातित तेलों को बाकी महंगे देशी तेलों में मिश्रण करने के बाद देशी तेलों को ऊंचे दाम पर बेचने की छूट मिली हुई है।

सूत्रों ने बताया कि इंडोनेशिया में पाम तेल का स्टॉक 30 लाख टन से बढ़कर लगभग 40 लाख टन हो गया है। इसके कारण पाम पामोलीन की स्थानीय कीमतों पर भी दबाव है। बंदरगाहों पर जहाज को खाली नहीं किया जा सका है। इसके लिए ‘आयातकों को ‘डेमरेज शुल्क’ (जहाज बंदरगाह पर खड़े रखने का शुल्क) भी देना पड़ रहा है। देश के आयातक बंदरगाहों पर आयातित पाम पामोलीन-तेल को आयात लागत से भी लगभग पांच प्रतिशत नीचे दाम पर बेच रहे हैं फिर भी लिवाली की कमी है।

उन्होंने कहा कि खाद्य तेलों की महंगाई की बात कर जो मौजूदा स्थिति बनाई गई है वह देश के तेल-तिलहन उद्योग को ही नष्ट कर रही है।

तेल-तिलहनों के भाव इस प्रकार रहे:

सरसों तिलहन – 5,840-5,890 रुपये प्रति क्विंटल।

मूंगफली – 6,525-6,800 रुपये प्रति क्विंटल।

मूंगफली तेल मिल डिलिवरी (गुजरात) – 15,625 रुपये प्रति क्विंटल।

मूंगफली रिफाइंड तेल 2,340-2,640 रुपये प्रति टिन।

सरसों तेल दादरी- 11,425 रुपये प्रति क्विंटल।

सरसों पक्की घानी- 1,860-1,960 रुपये प्रति टिन।

सरसों कच्ची घानी- 1,860-1,985 रुपये प्रति टिन।

तिल तेल मिल डिलिवरी – 18,900-21,000 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन तेल मिल डिलिवरी दिल्ली- 10,150 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन मिल डिलिवरी इंदौर- 9,850 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन तेल डीगम, कांडला- 8,450 रुपये प्रति क्विंटल।

सीपीओ एक्स-कांडला- 8,500 रुपये प्रति क्विंटल।

बिनौला मिल डिलिवरी (हरियाणा)- 9,375 रुपये प्रति क्विंटल।

पामोलिन आरबीडी, दिल्ली- 9,650 रुपये प्रति क्विंटल।

पामोलिन एक्स- कांडला- 8,750 रुपये (बिना जीएसटी के) प्रति क्विंटल।

सोयाबीन दाना – 4,425-4,445 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन लूज- 4,235-4,360 रुपये प्रति क्विंटल।

मक्का खल (सरिस्का)- 4,125 रुपये प्रति क्विंटल।

भाषा राजेश राजेश अजय

अजय

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)