नयी दिल्ली, 31 दिसंबर (भाषा) भारतीय परमाणु ऊर्जा निगम ने मंगलवार को 220 मेगावाट क्षमता वाले भारत लघु रिएक्टर स्थापित करने के लिए उद्योग से प्रस्ताव आमंत्रित किए।
इस्पात, एल्यूमीनियम, तांबा और सीमेंट उद्योगों में इस्तेमाल होने वाले मौजूदा कोयला आधारित ताप विद्युत संयंत्रों की जगह इन लघु रिएक्टरों का इस्तेमाल किया जाएगा। ये रिएक्टर खुद के उपयोग के लिए होंगे।
भारतीय परमाणु ऊर्जा निगम लिमिटेड (एनपीसीआईएल) ने एक बयान में कहा कि भारत लघु रिएक्टर 220 मेगावाट दबावयुक्त भारी जल रिएक्टर (पीएचडब्ल्यूआर) हैं, जो अभेद सुरक्षा और उत्कृष्ट प्रदर्शन रिकॉर्ड के साथ आते हैं।
बयान में कहा गया, ”एनपीसीआईएल ने आज कैप्टिव यानी स्वयं के उपयोग के लिए 220 मेगावाट क्षमता वाले भारत लघु रिएक्टर (बीएसआर) स्थापित करने के लिए भारतीय उद्योगों से प्रस्ताव के लिए अनुरोध (आरएफपी) आमंत्रित किए हैं।”
परमाणु ऊर्जा परिचालक ने कहा कि बीएसआर उद्योगों में कार्बन उत्सर्जन कम करने के लिए एक टिकाऊ समाधान दे सकता है।
सरकार की योजना निजी क्षेत्र के साथ साझेदारी में अगले दशक में इनमें से 40-50 परमाणु रिएक्टर लगाने की है। इस संबंध में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जुलाई में अपने बजट भाषण में घोषणा की थी।
भाषा पाण्डेय रमण
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