मुंबई, 13 दिसंबर (भाषा) आदित्य बिड़ला समूह के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला ने शुक्रवार को भारतीय कंपनियों से निवेश पर ध्यान देने और पूंजीगत व्यय बढ़ाने का आह्वान किया।
बिड़ला ने यहां उद्योग मंडल ‘बॉम्बे चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री’ के 189वें स्थापना दिवस समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार ने पिछले दशक में अपने पूंजीगत व्यय में पांच गुना वृद्धि की है और अब कंपनी जगत के लिए इस पहल का हिस्सा बनने का वक्त है।
निजी क्षेत्र के पूंजीगत व्यय में आई कमी को लेकर जताई जा रही चिंताओं के बीच बिड़ला ने कहा कि उनके विविधीकृत समूह और अन्य बड़े समूहों ने अभूतपूर्व क्षमता विस्तार अभियान शुरू किया है।
उन्होंने कहा, ‘उद्योग जगत के लिए अब समय आ गया है कि वे भी इस अभियान का हिस्सा बनें। इस निवेश उत्साह को अधिक व्यापक बनाने की जरूरत है। हमारे पास विकास के लिए दृष्टिकोण को परिभाषित करने और कल के भारत को आकार देने की क्षमता और जिम्मेदारी है।’
उनकी यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब जुलाई-सितंबर की अवधि में वृद्धि दर सुस्त होकर सात तिमाहियों के निचले स्तर 5.4 प्रतिशत पर पर आ गयी। निवेश की अनिच्छा और अधिक क्षमता पर काम करने की प्राथमिकता को इस सुस्ती के लिए जिम्मेदार माना जा रहा है।
बिड़ला ने कहा कि सरकार ने सक्षम परिवेश बनाकर अपना काम कर दिया है और अब कंपनियों को वृद्धि तेज करनी है।
उन्होंने बड़ा सोचने की जरूरत पर बल देते हुए कहा कि भारत विनिर्माण और सेवा केंद्र के रूप में दुनिया की आपूर्ति शृंखलाओं को नए सिरे से जोड़ सकता है।
बिड़ला ने कहा कि नई दृष्टि को वैश्विक रूप से निर्धारित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘हम एक महत्वपूर्ण मोड़ पर खड़े हैं जहां भारतीयों की महत्वाकांक्षा और कल्पना प्रगति का मार्ग प्रशस्त करेगी’।
उन्होंने कहा कि भारत को वर्ष 2047 तक विकसित देश बनने का लक्ष्य हासिल करने के लिए नवाचार, प्रतिभा और स्थिरता पर पर्याप्त ध्यान देना होगा।
भाषा प्रेम प्रेम रमण
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