एनएचएआई ने हैदराबाद-नागपुर गलियारा 6,661 करोड़ रुपये में दिया |

एनएचएआई ने हैदराबाद-नागपुर गलियारा 6,661 करोड़ रुपये में दिया

एनएचएआई ने हैदराबाद-नागपुर गलियारा 6,661 करोड़ रुपये में दिया

:   Modified Date:  September 20, 2024 / 08:39 PM IST, Published Date : September 20, 2024/8:39 pm IST

नयी दिल्ली, 20 सितंबर (भाषा) सार्वजनिक क्षेत्र की एनएचएआई ने टीओटी (टोल, परिचालन और स्थानांतरण) मॉडल के तहत हैदराबाद-नागपुर गलियारे के 251 किलोमीटर लंबा हिस्सा 6,661 करोड़ रुपये में हाईवे इंफ्रास्ट्रक्चर ट्रस्ट को दिया है। शुक्रवार को एक सरकारी विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गयी।

विज्ञप्ति में कहा गया है कि तेलंगाना में एनएच-44 के हैदराबाद-नागपुर गलियारे पर 251 किलोमीटर लंबे हिस्से के लिए टीओटी बंडल-16 के लिए वित्तीय बोलियां 18 सितंबर, 2024 को खोली गईं।

यह परियोजना हाईवे इंफ्रास्ट्रक्चर ट्रस्ट को 6,661 करोड़ रुपये में दी गयी है।

टीओटी के तहत दी गयी परियोजना की रियायत अवधि 20 साल है। इसमें कंपनी को इस हिस्से का रखरखाव और संचालन करना होगा।

बयान में कहा गया है कि इसके बदले कंपनी एनएच शुल्क नियमों के तहत निर्धारित शुल्क दरों के अनुसार खंड के लिए उपयोगकर्ता शुल्क एकत्र करेगा और उसे बनाए रखेगा।

परियोजना को सुपुर्द किये जाने पर टिप्पणी करते हुए, एनएचएआई के अध्यक्ष संतोष कुमार यादव ने कहा, ‘‘वित्त वर्ष 2023-24 में टीओटी मॉडल की सफलता दर 100 प्रतिशत थी और हमने बोलीदाताओं से बहुत उत्साहजनक प्रतिक्रिया देखी है।’’

राष्ट्रीय मुद्रीकरण योजना के तहत, एनएचएआई का कुल परिसंपत्ति मुद्रीकरण (परिसंपत्तियों को बाजार पर चढ़ाना) कार्यक्रम एक लाख करोड़ रुपये को पार कर गया है। इसमें टीओटी के माध्यम से 48,995 करोड़ रुपये, इनविट के माध्यम से 25,900 करोड़ रुपये और प्रतिभूतिकरण के माध्यम से 42,000 करोड़ रुपये की परियोजनाएं शामिल हैं।

टीओटी मॉडल को राजमार्ग क्षेत्र में निजी भागीदारी को प्रोत्साहित करने के लिए विकसित किया गया है।

एनएचएआई ने समय-समय पर विभिन्न राष्ट्रीय राजमार्ग खंडों के टोलिंग, संचालन और रखरखाव को लेकर टीओटी मॉडल के तहत अनुबंध दिए हैं।

भाषा राजेश राजेश रमण

रमण

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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