मोबाइल पर मांगे गए पैसे को कभी न दें, एजेंसियां ​​फोन पर काम नहीं करतीं: एस पी ओसवाल |

मोबाइल पर मांगे गए पैसे को कभी न दें, एजेंसियां ​​फोन पर काम नहीं करतीं: एस पी ओसवाल

मोबाइल पर मांगे गए पैसे को कभी न दें, एजेंसियां ​​फोन पर काम नहीं करतीं: एस पी ओसवाल

:   Modified Date:  October 21, 2024 / 06:07 PM IST, Published Date : October 21, 2024/6:07 pm IST

नयी दिल्ली, 21 अक्टूबर (भाषा) वर्धमान समूह के चेयरमैन एस पी ओसवाल ने आगाह किया है कि जब साइबर अपराधी जांच अधिकारी बनकर पैसे मांगते हैं, तो कभी भी पैसे हस्तांतरित न करें।

उन्होंने कहा कि जांच एजेंसियां ​​टेलीफोन पर काम नहीं करतीं। गौरतलब है कि ओसवाल हाल ही में साइबर अपराधियों के एक अंतरराज्यीय नेटवर्क का शिकार हुए थे।

ओसवाल ने सलाह दी कि ऐसे अपराधियों से निपटने के लिए निजी वकील की मौजूदगी में उनसे व्यक्तिगत रूप से मिलने के लिए कहना चाहिए।

अगस्त के अंत में अंतरराज्यीय साइबर जालसाजों के हाथों सात करोड़ रुपये की ठगी के बाद कपड़ा कारोबारी ने पीटीआई-भाषा को बताया कि उन्हें पता है कि ‘डिजिटल कस्टडी’ नाम की कोई चीज नहीं होती है, इसलिए जालसाजी में फंसाने के लिए कोई फोन आए तो उस पर ध्यान नहीं देना चाहिए।

ओसवाल ने अपने अनुभव को याद करते हुए कहा, ‘‘उनकी रणनीति आपको किसी मामले में फंसाने की होती है, चाहें वह ड्रग का मामला हो या पीएमएलए (धन शोधन निवारण अधिनियम) – का मामला। मेरे मामले में यह धन शोधन था। उन्होंने मुझे बताया कि मुंबई में मेरे नाम पर कुछ बैंक खाते में अवैध लेनदेन हुए हैं।’’

उन्होंने आगे कहा कि इस तरह के किसी खाते के होने से इनकार करने के बावजूद, साइबर अपराधियों ने सीबीआई अधिकारियों के रूप में खुद को इतने भरोसेमंद तरीके से पेश किया कि कोई भी आसानी से शिकार बन सकता है।

उन्होंने कहा, ‘‘अगर दूरसंचार नियामक प्राधिकरण के नाम पर कोई कॉल आ रही है, तो यह एक फर्जी कॉल है। डिजिटल कस्टडी जैसा कुछ नहीं होता है। कभी भी पैसे हस्तांतरित न करें।”

उन्होंने कहा कि जांच एजेंसियां ​​फोन पर काम नहीं करती हैं और अगर कोई आरोपी है, तो उसके पास आकर उससे पूछताछ की जाएगी।

भाषा पाण्डेय अजय

अजय

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)