ईवाई मामले में मेरे बयान को गलत तरह से लिया गया: सीतारमण |

ईवाई मामले में मेरे बयान को गलत तरह से लिया गया: सीतारमण

ईवाई मामले में मेरे बयान को गलत तरह से लिया गया: सीतारमण

:   Modified Date:  September 23, 2024 / 08:10 PM IST, Published Date : September 23, 2024/8:10 pm IST

नयी दिल्ली, 23 सितंबर (भाषा) वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को कहा कि ईवाई मामले में उनके बयान को गलत तरीके से लिया गया है।

सीतारमण ने कहा कि उन्होंने किसी भी तरह से पीड़िता को दोष नहीं दिया था और न ही उनका ऐसा इरादा था।

वित्त मंत्री ने शनिवार को टिप्पणी की थी कि पेशेवरों में काम के दबाव को संभालने के लिए आंतरिक शक्ति होनी चाहिए और यह आध्यात्म के माध्यम से हासिल की जा सकती है। उनके इस बयान की सोशल मीडिया के साथ-साथ विपक्षी दलों ने भी व्यापक आलोचना की थी।

सीतारमण ने सोमवार को सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट कर अपने बयान पर स्पष्टीकरण दिया।

उन्होंने कहा, “क्षति पर दुख की भावना के साथ, मैंने बच्चों का समर्थन करने के लिए संस्थानों और परिवारों के महत्व पर प्रकाश डाला, और किसी भी तरह से पीड़ितों पर दोष नहीं डाला।’’

वित्त मंत्री ने कहा कि केंद्रीय श्रम मंत्रालय ने पहले ही इस दुखद मौत से संबंधित शोषणकारी कार्य वातावरण के आरोपों की गहन जांच का आश्वासन दिया है।

सीतारमण ने कहा, “मैंने विशेष रूप से उल्लेख किया था कि सीए जैसी कठिन और मुश्किल परीक्षा पास करने के बाद उस पर भारी तनाव था। किसी का नाम नहीं लिया गया, न ही उस महिला का और न ही कंपनी का। विश्वविद्यालय ने अपने सभी छात्रों और शिक्षकों के लिए एक ध्यान कक्ष और पूजा स्थल स्थापित किया है। इसी संदर्भ में मैंने बताया कि छात्रों के लिए आंतरिक शक्ति का निर्माण कैसे आवश्यक है।”

ईवाई के पुणे परिसर में कार्यरत 26 वर्षीय चार्टर्ड अकाउंटेंट एना सेबेस्टियन पेरायिल की कंपनी में शामिल होने के मात्र चार महीने बाद ही कथित तौर पर काम के दबाव के कारण मृत्यु हो गई।

सीतारमण की प्रतिक्रिया शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी के पोस्ट पर थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि विषाक्त कार्य संस्कृति, लंबे समय तक काम करने के कारण उसकी जिंदगी खत्म हो गई, जिस पर ध्यान देने की जरूरत है।

कांग्रेस महासचिव (संगठन) के सी वेणुगोपाल ने भी सीतारमण पर निशाना साधा।

वेणुगोपाल ने एक्स पर पोस्ट में कहा, ‘‘सत्ताधारी दल और वित्त मंत्री को सिर्फ अदाणी और अंबानी जैसे कॉरपोरेट दिग्गजों का दर्द दिखाई देता है। उन्हें मेहनती युवा पीढ़ी का दर्द नजर नहीं आता।’’

भाषा अनुराग अजय

अजय

 

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