सरसों, सोयाबीन की आवक कम होने से अधिकांश तेल-तिलहन कीमतों में सुधार |

सरसों, सोयाबीन की आवक कम होने से अधिकांश तेल-तिलहन कीमतों में सुधार

सरसों, सोयाबीन की आवक कम होने से अधिकांश तेल-तिलहन कीमतों में सुधार

:   Modified Date:  September 13, 2024 / 10:01 PM IST, Published Date : September 13, 2024/10:01 pm IST

नयी दिल्ली, 13 सितंबर (भाषा) देश की मंडियों में सरसों और सोयाबीन की आवक कम रहने के बीच देश के तेल-तिलहन बाजार में शुक्रवार को सरसों एवं सोयाबीन तेल-तिलहन के अलावा कच्चा पामतेल (सीपीओ) एवं पामोलीन तथा बिनौला तेल कीमतों में मजबूती रही।

दूसरी ओर, मंहगा दाम होने के कारण कारोबार प्रभावित होने और नये फसल की आवक के कारण मूंगफली तेल-तिलहन कीमतों में गिरावट दर्ज हुई।

मलेशिया एक्सचेंज में लगभग एक प्रतिशत की गिरावट है जबकि कल रात शिकागो एक्सचेंज 1-1.5 प्रतिशत मजबूत बंद हुआ था और फिलहाल यहां घट बढ़ जारी है।

बाजार सूत्रों ने बताया कि आज सरसों की आवक घटकर लगभग सवा दो लाख बोरी की रह गई। वहीं सोयाबीन की भी आवक घटकर लगभग 95 हजार बोरी रह गई। किसान सस्ते दाम मिलने की वजह से मंडियों में आवक कम ला रहे हैं।

हाफेड ने किसानों से हरियाणा में काफी सरसों खरीद की थी और उसके पास काफी स्टॉक है और किसानों के पास अधिक स्टॉक नहीं है। लेकिन बड़े ब्रांड की तेल मिलें बाजार से सरसों खरीदना पसंद कर रही हैं। उधर नये तिलहन फसलों की आवक के बीच देश में खाद्यतेलों का आयात भी कम हुआ है जिसकी वजह से बाजार में खाद्यतेलों की कम आपूर्ति है। इन सभी वजहों के कारण सरसों और सोयाबीन तेल-तिलहन कीमतों में सुधार है।

सूत्रों ने कहा कि मंहगा होने के कारण कम आयात होने से उत्पन्न कम आपूर्ति की स्थिति को देखते हुए सीपीओ एवं पामोलीन तेल कीमतों में भी सुधार देखा गया। बिनौले के कम माल होने की वजह से इसमें भी सुधार है।

उन्होंने कहा कि हाजिर बाजार में बिनौला खल का भाव 4,200-4,400 रुपये क्विंटल है जबकि वायदा कारोबार में सितंबर अनुबंध वाले बिनौला खल का भाव 3,725 रुपये क्विंटल है। बिनौला खल के दिसंबर अनुबंध का भाव जहां 3,060 रुपये क्विंटल है वहीं आश्चर्यजनक रूप से इसके जनवरी अनुबंध का भाव लगभग 20 प्रतिशत नीचे यानी 3,015 रुपये क्विंटल है।

सूत्रों ने कहा किजब फसल का ठीक ठीक अनुमान नहीं है तो पहले से भाव किस आधार पर कम तय किया जा रहा है? इस स्थिति को देखते हुए यह जांच की जानी चाहिये कि सस्ता बिकने वाला बिनौला खल असली है या नकली है। इन सब गड़बड़ियों को रोकने के लिए बिनौला खल का वायदा कारोबार बंद कर देने के बारे में सोचने की आवश्कता है।

तेल-तिलहनों के भाव इस प्रकार रहे:

सरसों तिलहन – 6,500-6,550 रुपये प्रति क्विंटल।

मूंगफली – 6,450-6,725 रुपये प्रति क्विंटल।

मूंगफली तेल मिल डिलिवरी (गुजरात) – 15,350 रुपये प्रति क्विंटल।

मूंगफली रिफाइंड तेल – 2,305-2,605 रुपये प्रति टिन।

सरसों तेल दादरी- 13,450 रुपये प्रति क्विंटल।

सरसों पक्की घानी- 2,085-2,185 रुपये प्रति टिन।

सरसों कच्ची घानी- 2,085-2,200 रुपये प्रति टिन।

तिल तेल मिल डिलिवरी – 18,900-21,000 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन तेल मिल डिलिवरी दिल्ली- 11,050 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन मिल डिलिवरी इंदौर- 10,850 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन तेल डीगम, कांडला- 9,500 रुपये प्रति क्विंटल।

सीपीओ एक्स-कांडला- 10,000 रुपये प्रति क्विंटल।

बिनौला मिल डिलिवरी (हरियाणा)- 11,025 रुपये प्रति क्विंटल।

पामोलिन आरबीडी, दिल्ली- 11,250 रुपये प्रति क्विंटल।

पामोलिन एक्स- कांडला- 10,250 रुपये (बिना जीएसटी के) प्रति क्विंटल।

सोयाबीन दाना – 4,825-4,875 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन लूज- 4,625-4,760 रुपये प्रति क्विंटल।

मक्का खल (सरिस्का)- 4,225 रुपये प्रति क्विंटल।

भाषा राजेश राजेश रमण

रमण

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)