मलेशिया एक्सचेंज की गिरावट से अधिकांश तेल-तिलहन के दाम टूटे |

मलेशिया एक्सचेंज की गिरावट से अधिकांश तेल-तिलहन के दाम टूटे

मलेशिया एक्सचेंज की गिरावट से अधिकांश तेल-तिलहन के दाम टूटे

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Modified Date: December 30, 2024 / 09:20 PM IST
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Published Date: December 30, 2024 9:20 pm IST

नयी दिल्ली, 30 दिसंबर (भाषा) मलेशिया एक्सचेंज में गिरावट के कारण सोमवार को देश के तेल-तिलहन बाजार में अधिकांश तेल-तिलहनों के दाम गिरावट दर्शाते बंद हुए। वहीं मूंगफली तेल, सोयाबीन तिलहन और बिनौला तेल के भाव पूर्वस्तर पर बने रहे।

मलेशिया एक्सचेंज में 2.25 प्रतिशत की गिरावट चल रही है। जबकि शिकॉगो एक्सचेंज में घट-बढ़ जारी है।

बाजार सूत्रों ने कहा कि विदेशों में गिरावट के रुख से स्थानीय कारोबारी धारणा प्रभावित रहने से सरसों तेल-तिलहन में भी मामूली गिरावट रही। जबकि मूंगफली खल नहीं बिकने की वजह से मूंगफली किसान हतोत्साहित हैं और पेराई मिलों का काम ठप है। बिनौला का दाम टूटने के असर से मूंगफली खल पर भी काफी दबाव है। इस वजह से मूंगफली तिलहन की खरीद प्रभावित रही और इसके दाम गिरावट के साथ बंद हुए। दूसरी ओर, मूंगफली की कम पेराई और मंडियों में आवक बढ़ने की वजह से मूंगफली तेल के दाम अपरिवर्तित बने रहे।

उन्होंने कहा कि विदेशों में सोयाबीन डी-आयल्ड केक (डीओसी) की मांग तेज होने के बीच सोयाबीन तिलहन के दाम अपरिवर्तित रहे। वहीं मलेशिया में पाम-पामोलीन का दाम महंगा होने के बीच दिसंबर-जनवरी के दौरान लगभग 10 लाख टन सोयाबीन तेल का आयात होने की उम्मीद है। हालांकि, यह देखा जाना बाकी है कि जितनी अधिक मात्रा में पाम-पामोलीन का आयात देश में होता रहा है, सोयाबीन तेल का लगभग 10 लाख टन का आयात उस कमी पूरा कर पाता है अथवा नहीं। इस आयात के मद्देनजर सोयाबीन तेल के दाम में गिरावट रही।

सूत्रों ने कहा कि मलेशिया एक्सचेंज के कमजोर रहने की वजह से पाम-पामोलीन तेल में गिरावट है। इस गिरावट के बावजूद पाम-पामोलीन तेल के भाव ऊंचे ही हैं और इस ऊंचे भाव की वजह से इसका कहीं भी खपना मुश्किल ही है। इस गिरावट से केवल कारोबारी धारणा कमजोर हो रही है।

सूत्रों ने कहा कि शनिवार को बिनौला खल के जनवरी अनुबंध का वायदा भाव 2,660 रुपये क्विंटल था जो सोमवार को फिर से तोड़कर 2,656 रुपये क्विंटल कर दिया गया। भारतीय कपास निगम (सीसीआई) को इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिये कि जिस न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर वह कपास खरीद रही है, उसी एमएसपी के हिसाब से कपास नरमा और बिनौला सीड की बिक्री करे। फिलहाल बिनौला खल के भाव पूर्ववत बने रहे।

तेल-तिलहनों के भाव इस प्रकार रहे:

सरसों तिलहन – 6,625-6,675 रुपये प्रति क्विंटल।

मूंगफली – 5,900-6,225 रुपये प्रति क्विंटल।

मूंगफली तेल मिल डिलिवरी (गुजरात) – 14,400 रुपये प्रति क्विंटल।

मूंगफली रिफाइंड तेल – 2,170-2,470 रुपये प्रति टिन।

सरसों तेल दादरी- 13,750 रुपये प्रति क्विंटल।

सरसों पक्की घानी- 2,320-2,420 रुपये प्रति टिन।

सरसों कच्ची घानी- 2,320-2,445 रुपये प्रति टिन।

तिल तेल मिल डिलिवरी – 18,900-21,000 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन तेल मिल डिलिवरी दिल्ली- 13,350 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन मिल डिलिवरी इंदौर- 13,050 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन तेल डीगम, कांडला- 9,225 रुपये प्रति क्विंटल।

सीपीओ एक्स-कांडला- 13,200 रुपये प्रति क्विंटल।

बिनौला मिल डिलिवरी (हरियाणा)- 12,100 रुपये प्रति क्विंटल।

पामोलिन आरबीडी, दिल्ली- 14,400 रुपये प्रति क्विंटल।

पामोलिन एक्स- कांडला- 13,450 रुपये (बिना जीएसटी के) प्रति क्विंटल।

सोयाबीन दाना – 4,325-4,375 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन लूज- 4,025-4,125 रुपये प्रति क्विंटल।

मक्का खल (सरिस्का)- 4,100 रुपये प्रति क्विंटल।

भाषा राजेश राजेश अजय

अजय

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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