नयी दिल्ली, 21 सितंबर (भाषा) दिल्ली-एनसीआर में गुणवत्तापूर्ण भंडारण स्थान या गोदामों का औसत मासिक किराया वर्ष 2023 की पहली छमाही में 19.9 प्रतिशत बढ़ा है। रियल्टी कंपनियों के निकाय- क्रेडाई और ‘डेटा एनालिटिक्स फर्म’ सीआरई मैट्रिक्स की एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।
बृहस्पतिवार को जारी अपनी संयुक्त रिपोर्ट में क्रेडाई और सीआरई मैट्रिक्स ने इस बात पर प्रकाश डाला कि तेजी से औद्योगिक विकास के कारण ग्रेड-ए भंडारण स्थल का आंकड़ा पहली छमाही में 16.3 करोड़ वर्ग फुट को पार कर गया।
जनवरी-जून की अवधि के दौरान ग्रेड-ए श्रेणी के गोदामों की मांग 1.3 करोड़ वर्ग फुट थी, जबकि छह प्रमुख शहरों में आपूर्ति 94 लाख वर्ग फुट थी। वर्ष 2023 की पहली छमाही के अंत में खाली जगह मात्र 8.8 प्रतिशत थी, जो एक साल पहले की समान अवधि में 10.5 प्रतिशत थी।
ये छह शहर हैं – दिल्ली- एनसीआर, मुंबई महानगर क्षेत्र (एमएमआर), पुणे, बेंगलुरु, चेन्नई और हैदराबाद।
पूरे भारत में किराये की लागत में भी 10 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है। इसमें दिल्ली-एनसीआर (लगभग 20 प्रतिशत) और चेन्नई (20.8 प्रतिशत) में वर्ष 2023 की पहली छमाही में किराये में सबसे अधिक वृद्धि हुई।
आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली-एनसीआर में भंडारगृह का भारित औसत बाजार किराया 27.7 रुपये प्रति वर्ग फुट प्रति माह है।
क्रेडाई के अध्यक्ष बोमन ईरानी ने कहा, ‘‘ई-कॉमर्स, खुदरा के विकास और भारत में आने वाली वैश्विक कंपनियों को देखते हुए हमारा दृढ़ विश्वास है कि आने वाले वर्षों में ग्रेड ए गोदामों की मांग और आपूर्ति केवल ऊपर की ओर बढ़ेगी।’’
सीआरई मैट्रिक्स के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अभिषेक गुप्ता ने कहा कि वेयरहाउसिंग एकमात्र रियल एस्टेट खंड है, जहां पिछले सात साल से हर वर्ष मांग, आपूर्ति से कहीं आगे निकल गई है।
उन्होंने कहा, ‘‘खाली गोदामों का आंकड़ा अबतक के सबसे निचले स्तर 8.8 प्रतिशत पर है और किराया अबतक के सबसे ऊंचे स्तर पर है। भारत तेजी से बढ़ रहा है और हमें अधिक से अधिक ग्रेड ए गोदामों की जरूरत है।’’
भाषा राजेश राजेश अजय
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