नयी दिल्ली, 12 नवंबर (भाषा) समाशोधन निगमों और डिपॉजिटरी सहित बाजार अवसंरचना संस्थानों (एमआईआई) ने मंगलवार को ग्राहकों के डीमैट खातों में प्रतिभूतियों के प्रत्यक्ष भुगतान को रोकने का फैसला किया।
एमआईआई ने प्रारंभिक बीटा चरण के दौरान कुछ देरी का सामना करने के बाद यह फैसला किया।
नयी प्रत्यक्ष भुगतान प्रणाली में समाशोधन निगम प्रतिभूतियों को सीधे निवेशकों के खातों में स्थानांतरित करेंगे। दूसरी ओर मौजूदा प्रणाली में ब्रोकर ग्राहकों को प्रतिभूतियां देने से पहले उन्हें एक पूल किए गए खाते में रखते हैं।
निवेशकों के लिए निपटान प्रक्रिया में सुधार के लिए प्रत्यक्ष भुगतान निपटान का प्रारंभिक बीटा चरण 11 नवंबर को शुरू किया गया था।
एमआईआई ने बयान में कहा कि नयी प्रणाली काफी हद तक सफल रही है, लेकिन बीटा चरण के दौरान कुछ मामलों में कुछ देरी देखी गई।
बयान के मुताबिक, ऐसे में यह फैसला किया गया है कि प्रत्यक्ष भुगतान निपटान को अस्थायी रूप से पिछली व्यवस्था में स्थानांतरित कर दिया जाए।
एमआईआई ने कहा कि प्रत्यक्ष भुगतान निपटान के लिए संशोधित तिथि जल्द ही घोषित की जाएगी।
भाषा पाण्डेय अजय
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