(मानिक गुप्ता)
नयी दिल्ली, 30 अक्टूबर (भाषा) सड़कें जाम हैं और दुकानें खचाखच भरी हैं…लोग अपने निकट संबंधियों के लिए रोशनी के त्योहार को यादगार बनाने के लिए उपहार खरीदने के लिए मॉल तथा बाजारों की ओर कूच कर रहे हैं।
डिनर सेट, सौंदर्य प्रसाधन, स्वादिष्ट भोजन की टोकरियां, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और हमेशा लोकप्रिय बनी रहने वालीं चॉकलेट व मिठाइयां…दिवाली के लिए उत्साही खरीदारों के लिए अनंत विकल्प मौजूद हैं, लेकिन चुनौती बड़ी अपेक्षाओं के साथ बजट को संतुलित करने की है।
गृहिणी समृति खन्ना (30) ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘ हमेशा अपने करीबियों को कुछ अलग व अनोखा उपहार देने की इच्छा होती है लेकिन ऐसे उपहार कई बार आपके बजट के बाहर भी हो सकते हैं। दोनों के बीच संतुलन बनाना ही सबसे उचित विकल्प है।’’
सूर्या रोशनी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) जितेन्द्र अग्रवाल ने कहा कि जब त्योहारों की बात आती है, तो अधिकतर लोग सामान्य से अधिक खर्च करते हैं, क्योंकि यह ऐसा खास मौका होता है जब खरीदार अधिक खर्च करता है।
उन्होंने कहा कि सिर्फ शहरी केंद्र ही नहीं बल्कि अर्ध-शहरी केंद्र भी त्योहार के समय “स्थिर वृद्धि दर्ज कर रहे हैं।”
प्रीमियम स्नैक्स कंपनी 4700बीसी के संस्थापक एवं सीईओ चिराग गुप्ता इस वर्ष की मांग को लेकर उत्साहित हैं, क्योंकि उनके त्योहारी स्वादिष्ट व्यंजनों की मांग में ‘‘20-25 प्रतिशत’’ की वृद्धि देखी गई है।
त्योहारों के दौरान ऑनलाइन सामान बेचने वाले ब्रांड के लिए नकदी प्रवाह शुरू हो गया है। पिछले वर्षों की तरह, ऑनलाइन क्षेत्र में मजबूत मांग जारी है।
मिसाल के तौर पर ऑनलाइन मार्केटप्लेस स्नैपडील की त्योहारों के दौरान बिक्री में मूल्य के आधार पर ‘‘1.8 गुना वृद्धि’’ हुई है।
स्नैपडील के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘ महिलाओं संबंधी सामान (फैशन) में 2.5 गुना वृद्धि, बच्चों के सामान में दोगुना वृद्धि और घरेलू सजावट के सामान में 1.6 गुना वृद्धि देखी गई। इन श्रेणियों में पिछले वर्ष की तुलना में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई।’’
दिवाली के दौरान शराब की बिक्री भी काफी बढ़ जाती है। आबकारी विभाग के आंकड़ों के अनुसार, पिछले साल दिवाली से पहले सिर्फ तीन दिन में दिल्ली में लोगों ने करीब 121 करोड़ रुपये मूल्य की 64 लाख शराब की बोतलें खरीदीं।
रेडिको खेतान लिमिटेड के मुख्य परिचालन अधिकारी अमर सिन्हा ने कहा, ‘‘ त्योहारों के दौरान शराब को उपहार के रूप में पसंद किया जाना इसकी एक मुख्य वजह है। इसका जश्न मनाने और सामाजिक समारोहों के साथ गहरा संबंध है।’’
सिन्हा ने कहा, ‘‘ इस वर्ष हमें उम्मीद है कि यह प्रवृत्ति जारी रहेगी और शराब की बिक्री में निरंतर वृद्धि होगी, जो बढ़ते ग्राहक आधार तथा विशिष्ट पेय अनुभवों में बढ़ती रुचि से प्रेरित होगी।’’
भाषा निहारिका अजय
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