(फाइल फोटो के साथ)
इंदौर, नौ जनवरी (भाषा) मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बृहस्पतिवार को कहा कि सूबे में प्लास्टिक उद्योग के विकास की बड़ी संभावनाएं हैं और राज्य सरकार इसकी हरसंभव मदद करेगी।
यादव ने इंदौर में प्लास्टिक उद्योग के सम्मेलन ‘प्लास्टपैक 2025’ के उद्घाटन के बाद यह बात कही।
उन्होंने कहा कि प्लास्टिक का बढ़ता उपयोग बड़ी संभावनाओं को जन्म दे रहा है और कोविड-19 महामारी के प्रकोप के दौरान निजी सुरक्षा उपकरणों (पीपीई) किट सरीखे प्लास्टिक से बने उत्पादों ने संक्रमण रोककर लोगों की जान भी बचाई है।
मुख्यमंत्री ने भरोसा दिलाया कि प्रदेश सरकार प्लास्टिक उद्योग को बढ़ावा देने के लिए अपनी नीतियों में बदलाव करने के लिए भी तैयार है।
उन्होंने कहा, “हालांकि, प्लास्टिक के खतरे भी बहुत हैं। इसलिए हम सबको ध्यान रखना होगा कि प्लास्टिक के कचरे का उचित निपटान किया जाए ताकि पर्यावरण को कम से कम नुकसान हो।”
यादव ने बताया कि सूबे के अलग-अलग स्थानों पर आयोजित छह क्षेत्रीय औद्योगिक सम्मेलनों में कुल चार लाख करोड़ रुपये के निवेश के प्रस्ताव मिले हैं, जिनसे लगभग तीन लाख लोगों को रोजगार मिलेगा।
‘प्लास्टपैक 2025’ का आयोजन प्लास्टिक उद्योग का इंदौर स्थित संगठन ‘इंडियन प्लास्टपैक फोरम’ कर रहा है। चार दिवसीय आयोजन में प्लास्टिक उद्योग के उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई गई है।
‘इंडियन प्लास्टपैक फोरम’ के अध्यक्ष सचिन बंसल ने मुख्यमंत्री की मौजूदगी में सरकार से मांग की कि इंदौर में केंद्रीय पेट्रो रसायन अभियांत्रिकी और प्रौद्योगिकी संस्थान (सिपेट) का केंद्र खोला जाए और नजदीकी पीथमपुर औद्योगिक क्षेत्र के आस-पास ‘प्लास्टिक पार्क’ की स्थापना की जाए।
भाषा हर्ष
राजकुमार अनुराग
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