नयी दिल्ली, छह नवंबर (भाषा) उद्योग संगठन नैसकॉम ने बुधवार को कहा कि वह भारत और अमेरिका के बीच गतिशील प्रौद्योगिकी साझेदारी को मजबूत करने के लिए अमेरिका की नई सरकार के साथ मिलकर काम करने के लिए तत्पर है।
आईटी उद्योग संगठन ने प्रौद्योगिकी क्षेत्र को अमेरिका-भारत द्विपक्षीय जुड़ाव का ‘मुख्य आधार’ बताया।
नैसकॉम ने एक बयान में कहा कि भारत के 254 अरब डॉलर के प्रौद्योगिकी क्षेत्र के लिए अमेरिका सबसे बड़ा बाजार है, जहां इसका कुल योगदान अमेरिकी सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 80 अरब डॉलर है।
उल्लेखनीय रूप से, यह उद्योग अमेरिकी अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में अमेरिकी कंपनियों का समर्थन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
नैसकॉम के अनुसार, भारत अमेरिकी व्यवसायों के लिए एक प्रमुख गंतव्य है, जहां 1,000 से अधिक अमेरिकी कंपनियां नवाचार को बढ़ावा दे रही हैं और प्रतिस्पर्धी समाधान बनाने के लिए भारत के डिजिटल बुनियादी ढांचे का लाभ उठा रही हैं।
नैसकॉम ने कहा, “राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को उनकी चुनावी जीत पर बहुत बधाई।”
भारत में प्रौद्योगिकी उद्योग संघ के रूप में भारतीय और अमेरिकी प्रौद्योगिकी कंपनियों का प्रतिनिधित्व करने वाले नैसकॉम ने कहा कि वह दोनों देशों के बीच गतिशील प्रौद्योगिकी साझेदारी को मजबूत करने के लिए नए अमेरिकी प्रशासन के साथ मिलकर काम करने के लिए तत्पर है।
नैसकॉम ने कहा, “सबसे बड़े और सबसे पुराने लोकतंत्र के रूप में हम कृत्रिम मेधा (एआई) और साइबर सुरक्षा सहित विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग करने के लिए तत्पर हैं।”
इससे पहले, नैसकॉम की चेयरपर्सन सिंधु गंगाधरन ने इस बात पर जोर दिया था कि भारत और अमेरिका ने वर्षों से सहयोग और प्रौद्योगिकी के रणनीतिक क्षेत्रों में मजबूत संबंध बनाए रखे हैं और इस पर ध्यान केंद्रित रहने की उम्मीद है।
भाषा अनुराग अजय
अजय
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