कोलकाता, एक जुलाई (भाषा) भारतीय जूट निगम ने सोमवार से कच्चे जूट के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरीद प्रक्रिया शुरू की। एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी है।
सरकार ने वर्ष 2024-25 सत्र के लिए कच्चे जूट के एमएसपी को 285 रुपये बढ़ाकर 5,335 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया है।
चालू सत्र (2023-24) में सरकार ने 7.24 लाख गांठ कच्चे जूट की रिकॉर्ड मात्रा खरीदी है, जिसकी लागत 500 करोड़ रुपये से अधिक है और इससे लगभग 1.70 लाख किसान लाभान्वित हुए हैं।
यह 2022-23 में खरीदी गई 2.3 लाख गांठों की तुलना में उल्लेखनीय वृद्धि है।
जूट पर विशेषज्ञ समिति (ईसीजे) द्वारा उत्पादन में कमी के अनुमानों के बावजूद, इस सुनहरे रेशे की कीमत 5,000 रुपये प्रति क्विंटल से नीचे गिर गई है जबकि वर्ष 2024-25 सत्र के लिए एमएसपी 5,335 रुपये प्रति क्विंटल है।
इसके विपरीत, जूट मिलों द्वारा कच्चे माल की बहुत कम मांग के कारण कीमतों में यह गिरावट आई है।
जूट निगम के महाप्रबंधक के मजूमदार के अनुसार, एजेंसी द्वारा खरीद की मात्रा पर कोई प्रतिबंध नहीं है।
उन्होंने कहा कि 110 प्रत्यक्ष जेसीआई खरीद केंद्र चालू हैं, और अतिरिक्त 25 आउटसोर्स केंद्र सक्रिय हैं।
जेसीआई की एमएसपी खरीद सीधे किसानों से होती है, जो उन्हें संकटपूर्ण बिक्री से बचाती है।
मजूमदार ने यह भी कहा कि अंशधारक और किसान, उत्पादन जैसे विभिन्न क्षेत्रों में समर्थन सहित एमएसपी परिचालन के विवरण तक पहुँचने के लिए ‘पटसन ऐप’ का उपयोग कर सकते हैं।
भाषा राजेश राजेश रमण
रमण
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