भुवनेश्वर, 28 जनवरी (भाषा) सज्जन जिंदल की अगुवाई वाले जेएसडब्ल्यू समूह ने मंगलवार को ओडिशा के क्योंझर जिले में 50 लाख टन सालाना क्षमता वाला इस्पात संयंत्र लगाने के लिए ओडिशा सरकार के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
‘उत्कर्ष ओडिशा-मेक इन ओडिशा कॉन्क्लेव’ के पहले दिन यहां मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी और सज्जन जिंदल की मौजूदगी में समझौते पर हस्ताक्षर किए गए।
उद्योग विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव हेमंत शर्मा ने संवाददाताओं को बताया, ‘‘जेएसडब्ल्यू समूह करीब 35,000 करोड़ रुपये के निवेश से क्योंझर जिले में 50 लाख टन सालाना क्षमता वाला इस्पात संयंत्र लगाएगा।’’
क्योंझर जिला लौह अयस्क भंडार क्षेत्र में है और जिले से खनिजों का निर्यात अन्य क्षेत्रों में किया जा रहा था। जिंदल ने कहा कि इसके चलते स्थानीय लोगों को खनिज संसाधनों से कोई लाभ नहीं मिल रहा था।
यह पूछने पर कि क्या दक्षिण कोरियाई इस्पात कंपनी पॉस्को भी प्रस्तावित क्योंझर परियोजना का हिस्सा है, जिंदल ने कहा, ‘‘अभी तक यह तय नहीं हुआ है कि हम किसी अन्य फर्म के साथ सहयोग करेंगे या नहीं। यह भविष्य में तय किया जाएगा।’’
जिंदल ने कहा कि पॉस्को ने ओडिशा में इस्पात संयंत्र लगाने में रुचि दिखाई है।
ओडिशा व्यापार शिखर सम्मेलन में शामिल हुए आदित्य बिड़ला समूह के चेयरपर्सन कुमार मंगलम बिड़ला ने कहा, ‘‘हम ओडिशा में दीर्घकालिक निवेशक हैं। हमने पहले ही राज्य में 50,000 करोड़ रुपये का निवेश किया है और आने वाले वर्षों में 50,000 करोड़ रुपये का और निवेश किया जाएगा।द्धद्ध
उन्होंने कहा कि कंपनी एल्युमीनियम रिफाइनरी और एल्युमीनियम स्मेल्टिंग संयंत्र में निवेश करेगी।
टाटा स्टील के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) और प्रबंध निदेशक टी वी नरेंद्रन ने एक बयान में कहा कि पिछले दशक में टाटा स्टील ने ओडिशा में करीब 10 अरब डॉलर का निवेश किया है।
अवाडा समूह के चेयरमैन विनीत मित्तल ने कहा कि उनकी कंपनी गंजम जिले के गोपालपुर में पांच लाख टन क्षमता वाली हरित अमोनिया परियोजना स्थापित करने में 20,700 करोड़ रुपये का निवेश करेगी।
भाषा पाण्डेय अजय
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(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)