नयी दिल्ली, 14 अक्टूबर (भाषा) जियो प्लेटफॉर्म्स का चालू वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही का एकीकृत शुद्ध लाभ 23.4 प्रतिशत बढ़कर 6,539 करोड़ रुपये रहा है।
कंपनी ने बताया कि इस दौरान प्रति उपयोगकर्ता औसत राजस्व (एआरपीयू) बढ़कर 195.1 रुपये प्रति माह हो गया।
जियो प्लेटफॉर्म्स में रिलायंस इंडस्ट्रीज का दूरसंचार और डिजिटल कारोबार शामिल है। कंपनी की परिचालन आय सितंबर तिमाही में 18 प्रतिशत बढ़कर 31,709 करोड़ रुपये हो गई।
चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में सकल राजस्व 37,119 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 17.7 प्रतिशत अधिक है।
दूरसंचार कंपनियों के लिए एक प्रमुख मानक एआरपीयू…. शुल्क बढ़ोतरी और ग्राहकों की गुणवत्ता में सुधार के चलते बढ़कर 195.1 रुपये हो गया। वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही और वित्त वर्ष 2023-24 की दूसरी तिमाही में यह आंकड़ा 181.7 रुपये था।
आय विवरण के अनुसार, शुल्क वृद्धि का पूरा प्रभाव अगली 2-3 तिमाहियों में दिखेगा। कुल डेटा और वॉयस ट्रैफिक में क्रमशः 24 प्रतिशत और 6.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
कंपनी ने कहा कि पेशकश के दो साल से भी कम समय में जियो 5जी के ग्राहकों की संख्या बढ़कर 14.8 करोड़ तक पहुंच गई।
रिलायंस जियो इन्फोकॉम के चेयरमैन आकाश एम अंबानी ने कहा कि जियो ने अपनी स्थापना के बाद से ही ग्राहकों और शेयरधारकों के लिए मूल्य बनाने को गहन तकनीकी नवाचार पर जोर दिया है।
उन्होंने कहा कि भारत के डिजिटल परिदृश्य में जियो ट्रू5जी और जियोएयरफाइबर द्वारा किये जा रह बदलाव इस बात को साबित करते हैं।
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने कहा कि एआरपीयू बढ़ने और ग्राहक जुड़ाव में सुधार से डिजिटल सेवाओं को मजबूती मिली।
भाषा पाण्डेय अजय
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