रांची, 12 मार्च (भाषा) झारखंड सरकार ने बुधवार को राज्य के राजस्व को बढ़ाने के लिए खनन किये जाने वाले खनिजों पर उपकर को चार गुना तक बढ़ाने का फैसला किया है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की बैठक के दौरान इस प्रस्ताव को मंजूरी दी गई।
मंत्रिमंडलीय सचिव वंदना दादेल ने कहा, ‘‘कोयले पर प्रति टन प्रेषण के लिए उपकर मौजूदा 100 रुपये से बढ़ाकर 250 रुपये कर दिया गया है, जबकि लौह अयस्क पर इसे मौजूदा 100 रुपये से बढ़ाकर 400 रुपये कर दिया गया है।’’
बाकी खनिजों में, बॉक्साइट (गैर-धातुकर्म ग्रेड) पर उपकर 70 रुपये से बढ़ाकर 116 रुपये कर दिया गया।
मंत्रिमंडल ने 31 प्रस्तावों को मंजूरी दी, जिसमें मेडिकल कॉलेजों में स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम पूरा करने के बाद राज्य में तीन साल की सेवा की आवश्यकता वाले नियम में बदलाव शामिल है।
तीन साल तक सेवा न करने पर छात्रों को 30 लाख रुपये और छात्रवृत्ति या भत्ते वापस करने की आवश्यकता वाले नियम में बदलाव किया गया है।
मंत्रिमंडल ने दो प्राकृतिक घटनाओं के कारण होने वाले जान-माल के संभावित नुकसान के मद्देनजर विशेष स्थानीय आपदा श्रेणी के तहत तूफान और लू (हीटवेव) को आपदा घोषित करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी।
मंत्रिमंडल ने रांची के ओरमांझी में भगवान बिरसा जैविक उद्यान के परिसर में आदिवासी नेता बिरसा मुंडा की नौ फुट की आदमकद कांस्य प्रतिमा स्थापित करने को हरी झंडी दे दी।
भाषा राजेश राजेश अजय
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