आईआरएफ ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर सड़क हादसों में मौतों की बढ़ती संख्या पर चिंता जताई |

आईआरएफ ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर सड़क हादसों में मौतों की बढ़ती संख्या पर चिंता जताई

आईआरएफ ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर सड़क हादसों में मौतों की बढ़ती संख्या पर चिंता जताई

Edited By :  
Modified Date: November 11, 2024 / 06:42 PM IST
,
Published Date: November 11, 2024 6:42 pm IST

नयी दिल्ली, 11 नवंबर (भाषा) अंतरराष्ट्रीय सड़क महासंघ (आईआरएफ) ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर देश में सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों की बढ़ती संख्या पर चिंता जताई है।

आईआरएफ के मानद अध्यक्ष के के कपिला ने पत्र में जागरूकता बढ़ाने और सड़क सुरक्षा उपायों को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से रणनीतियों को लागू करने का सुझाव दिया है।

नवीनतम सरकारी आंकड़ों के अनुसार, भारत में सालाना लगभग पांच लाख सड़क दुर्घटनाएं होती हैं। इनमें 1.5 लाख लोग अपनी जान गंवा देते हैं जबकि तीन लाख घायल होते हैं। हाल ही में, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने इस बात पर प्रकाश डाला था कि इससे देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) को तीन प्रतिशत का नुकसान होता है।

कपिला ने कहा, ‘‘सरकार, कॉरपोरेट और गैर-सरकारी निकायों द्वारा सड़क सुरक्षा से जुड़े विभिन्न अभियान चलाने के बावजूद सड़क उपयोगकर्ताओं के लिए सबसे खतरनाक स्थानों में से एक बना हुआ है।’’

उन्होंने आगे कहा कि इसलिए समाज के हर स्तर पर जन जागरूकता, राजनीतिक इच्छाशक्ति और निरंतर भागीदारी को बढ़ावा देना जरूरी है।

कपिला ने कहा कि राष्ट्र के नेता और भारत के मूल्यों और आकांक्षाओं को मूर्त रूप देने वाले व्यक्ति के रूप में आईआरएफ सड़क सुरक्षा पहल को बढ़ावा देने में प्रधानमंत्री के समर्थन का विनम्रतापूर्वक अनुरोध करता है।

आईआरएफ ने प्रधानमंत्री से अपने संबोधनों में सड़क सुरक्षा को शामिल करने का आग्रह किया है। उसने कहा कि प्रधानमंत्री अपने संबोधनों सुरक्षा सुरक्षा, यातायात नियमों के पालन के महत्व को बताएंगे तो यह लाखों लोगों विशेषकर युवाओं तक पहुंचेगा।

अन्य सुझावों में आईआरएफ द्वारा तैयार सड़क सुरक्षा गान को 23 भारतीय भाषाओं और 10 विदेशी भाषाओं में स्कूलों, कार्यालयों आदि में फैलाना शामिल है।

भाषा राजेश राजेश अजय

अजय

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

Flowers