नयी दिल्ली, 24 मार्च (भाषा) आईएलएंडएफएस इंजीनियरिंग सर्विसेज ने सोमवार को कहा कि उसे इंडियन ओवरसीज बैंक (आईओबी) से कारण बताओ नोटिस मिला है। यह नोटिस कंपनी के ऋण खाते को संदिग्ध धोखाधड़ी खाते के रूप में वर्गीकृत करने की समीक्षा के लिए है।
आईएलएंडएफएस इंजीनियरिंग ने शेयर बाजार को बताया कि इसमें 123 करोड़ रुपये की सेवाएं शामिल हैं। हालांकि, बैंक ने अनियमितताओं की मात्रा तय नहीं की है।
पहली बार ग्रांट थॉर्नटन इंडिया ने अपनी फॉरेंसिक ऑडिट रिपोर्ट में इन अनियमितताओं को पाया था, और उचित कार्रवाई के लिए एमसीए को जानकारी दी गई थी।
एनसीएलटी के एक अक्टूबर, 2018 के आदेश के अनुसार, कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय के नामित निदेशकों वाले नए बोर्ड की पुनर्गठित ऑडिट समिति ने आईएलएंडएफएस लिमिटेड और इसकी कुछ समूह कंपनियों के सभी बड़े लेनदेन के लिए एक विशेष ऑडिट किया था।
ऐसे में आईएलएंडएफएस संकट के चलते उसकी सहायक कंपनी होने के नाते आईएलएंडएफएस इंजीनियरिंग सर्विसेज ने आईओबी सहित विभिन्न सुरक्षित कर्जदाताओं के ऋण खातों को धोखाधड़ी के रूप में वर्गीकृत किया गया था।
भाषा पाण्डेय अजय
अजय
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)