नयी दिल्ली, 30 जून (भाषा) बिहार इस साल दिसंबर में एक विशाल निवेशक सम्मेलन में घरेलू और विदेशी निवेशकों का ‘लाल कालीन’ बिछाकर स्वागत करने के लिए तैयार है। इस सम्मेलन के जरिये बिहार का इरादा कपड़ा, खाद्य प्रसंस्करण और इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) जैसे क्षेत्रों में निवेश को आकर्षित करना है। इससे न केवल रोजगार के अवसर पैदा होंगे, बल्कि राज्य में कारोबार को भी बढ़ावा मिलेगा।
निवेशक सम्मेलन का 2023 का संस्करण काफी सफल रहा था। अब राज्य 11 और 12 दिसंबर को पटना में दो दिन के ‘बिहार बिजनेस कनेक्ट’ कार्यक्रम का आयोजन करने जा रहा है। इससे पहले राज्य विभिन्न शहरों में इस कार्यक्रम के प्रचार-प्रसार के लिए रोड शो का आयोजन करेगा। रोड शो की शुरुआत सोमवार से कोलकाता में होगी।
बिहार के उद्योग एवं पर्यटन मंत्री नीतीश मिश्रा ने कहा, ‘‘राज्य के पास रणनीतिक स्थानिक लाभ है। बिहार के माध्यम से हम पूरे पूर्वोत्तर, नेपाल, बांग्लादेश और भूटान को सेवाएं प्रदान कर सकते हैं। सड़कों के मामले में संपर्क अब काफी बेहतर है। अब हमारे पास परिचालन वाले तीन हवाई अड्डे गया, पटना और दरभंगा हैं।’’
उन्होंने कहा कि जमीन से घिरा राज्य होने के नाते बिहार माल को निकटतम बंदरगाह तक ले जाने की लागत वहन करने के लिए निर्यात सब्सिडी दे रहा है।
कुल मिलाकर एक बेहद प्रगतिशील औद्योगिक नीति के साथ यह राज्य को एक आदर्श निवेश गंतव्य बनाता है।
उन्होंने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘हम 11-12 दिसंबर को पटना में बिहार बिजनेस कनेक्ट का आयोजन करने जा रहे हैं। उससे पहले हम निवेशक बैठक के लिए बड़े शहरों में जाएंगे। इसकी शुरुआत एक जुलाई को कोलकाता से होगी। कोलकाता में निवेशक बैठक का आयोजन इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स के सहयोग से किया जा रहा है।
इससे पिछले 2023 के निवेशक सम्मेलन में 278 कंपनियों द्वारा 50,500 करोड़ रुपये के प्रस्तावित निवेश के लिए समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए थे। अदाणी समूह ने सीमेंट विनिर्माण, लॉजिस्टिक्स और कृषि-उद्योग में 8,700 करोड़ रुपये के निवेश की प्रतिबद्धता जताई थी।
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