रीवा में आयोजित क्षेत्रीय उद्योग सम्मेलन में 31,000 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले: मुख्यमंत्री |

रीवा में आयोजित क्षेत्रीय उद्योग सम्मेलन में 31,000 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले: मुख्यमंत्री

रीवा में आयोजित क्षेत्रीय उद्योग सम्मेलन में 31,000 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले: मुख्यमंत्री

:   Modified Date:  October 23, 2024 / 09:30 PM IST, Published Date : October 23, 2024/9:30 pm IST

रीवा (मध्यप्रदेश), 23 अक्टूबर (भाषा) मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बुधवार को कहा कि क्षेत्रीय उद्योग सम्मेलन (आरआईसी) के पांचवें संस्करण के दौरान 31 हजार करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं, जिनसे राज्य में 28 हजार से अधिक रोजगार के अवसर पैदा होंगे।

आरआईसी का आयोजन बुधवार को राज्य के विंध्य क्षेत्र के रीवा में किया गया।

यादव ने इस अवसर पर कहा, ‘रीवा में आयोजित आरआईसी के पांचवें संस्करण के दौरान हमें 31 हजार करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं, जिससे राज्य में 28 हजार से अधिक रोजगार के अवसर पैदा होंगे।’

एक अधिकारी ने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर शुरू किया गया आरआईसी कार्यक्रम अब गति पकड़ रहा है और इसका पांचवां संस्करण रीवा के कृष्णा राज कपूर ऑडिटोरियम में आयोजित किया गया।

अधिकारी ने बताया कि आरआईसी के दौरान श्री सिद्धार्थ इंफ्राटेक (ग्रीनको) ने पन्ना और रीवा जिलों में अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में 12,800 करोड़ रुपये, ऋत्विक प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड ने पन्ना में अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में 4,000 करोड़ रुपये, पतंजलि आयुर्वेद ने राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में वेलनेस और खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में 1,000 करोड़ रुपये, अल्ट्राटेक सीमेंट ने मैहर में सीमेंट इकाई स्थापित करने के लिए 3,000 करोड़ रुपये, महान एनर्जीन लिमिटेड (अडानी समूह) ने सिंगरौली जिले में कोयला ब्लॉक में 2,528 करोड़ रुपये, निसर्ग इस्पात ने सीधी जिले में दुर्लभ मिट्टी और ग्रेफाइट ब्लॉक में 1,000 करोड़ रुपये निवेश करने का प्रस्ताव दिया है।

अधिकारी ने बताया कि डालमिया समूह के पुनीत डालमिया ने 3,000 करोड़ रुपये के निवेश से रीवा में 40 लाख टन क्षमता की सीमेंट और क्लिंकर इकाई स्थापित करने की घोषणा की, जो दुनिया का पहला 100 प्रतिशत नवीकरणीय ऊर्जा आधारित संयंत्र होगा, जबकि रामा समूह के नरेश गोयल ने 500 करोड़ रुपये के निवेश से सतना जिले में फर्नीचर संयंत्र स्थापित करने की घोषणा की।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने प्रदेश में 2,680 करोड़ रुपये की 21 इकाइयों का शिलान्यास और लोकार्पण किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इन इकाइयों से 1,830 लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे। उन्होंने प्रदेश में 85 औद्योगिक इकाइयों को 146 एकड़ भूमि आवंटन के लिए आशय पत्र भी वितरित किए, जिससे करीब 918 करोड़ रुपये का निवेश आएगा और 3,350 रोजगार के अवसर पैदा होंगे।

मुख्यमंत्री ने प्रदेश के विभिन्न जिलों में उद्योग स्थापित करने वाले उद्योगपतियों और निवेशकों से वर्चुअल संवाद किया और उन्हें इस अवसर पर बधाई दी।

अधिकारी ने बताया कि प्रमुख निवेशकों ने अपने अनुभव साझा किए और प्रदेश में उद्योग के लिए किए जा रहे नवाचारों पर प्रसन्नता व्यक्त की तथा प्रदेश के हित में मुख्यमंत्री की पहल की सराहना की।

आरआईसी में शामिल होने से पहले यादव ने रीवा में किला परिसर में स्थित भगवान महामृत्युंजय के मंदिर में पूजा-अर्चना की तथा लोगों के कल्याण और प्रदेश के विकास के लिए प्रार्थना की।

आरआईसी में अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा, ‘हमारा प्रयास प्रदेश में औद्योगिक निवेश को बढ़ाना है। यदि कोई बड़ा उद्योग प्रदेश में बड़ी परियोजनाएं लाना चाहता है, जो हमारी मौजूदा नीतियों की सीमा से बाहर हैं, तो हम उन्हें भी मंत्रिमंडल के माध्यम से लाभ देने के लिए तैयार हैं।’

उन्होंने कहा कि प्रदेश में संसाधनों की कोई कमी नहीं है तथा हम प्रदेश के समग्र विकास के साथ-साथ प्रत्येक व्यक्ति को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

उन्होंने घोषणा की कि प्रदेश के सिंगरौली, कटनी और रीवा जिलों में कंटेनर डिपो बनाए जाएंगे।

मुख्यमंत्री ने रीवा में 66.71 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से बनने वाले आईटी पार्क का वर्चुअल भूमिपूजन भी किया। लघु एवं मध्यम उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए मऊ जिले के पटेरा में 29 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किए जाने वाले नए औद्योगिक क्षेत्रों और रीवा के निकट बनने वाले चुरहट विद्युत सबस्टेशन का वर्चुअल भूमिपूजन भी किया।

यादव ने मध्यप्रदेश पर्यटन के त्रैमासिक समाचार पत्र ‘ऑफबीट मध्यप्रदेश’ का विमोचन किया।

इस अवसर पर यादव की उपस्थिति में मध्यप्रदेश पर्यटन बोर्ड और एकेएस विश्वविद्यालय, सतना के बीच समझौता ज्ञापन (एमओयू) का आदान-प्रदान किया गया। इस एमओयू का उद्देश्य रीवा और सतना क्षेत्र में पर्यटन क्षेत्र का विकास करना, प्रशिक्षण, रोजगार और स्वरोजगार के अवसर प्रदान करना है। इसके साथ ही औद्योगिक जलापूर्ति के लिए नगर निगम रीवा और मध्यप्रदेश औद्योगिक विकास निगम (एमपीआईडीसी) के बीच भी एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए।

आरआईसी में भाग लेते हुए रिलायंस बायोएनर्जी के कारोबार प्रमुख हेड हरिंदर के त्रिपाठी ने कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दृष्टिकोण को साकार करने के लिए हमारी कंपनी मुख्यमंत्री के नेतृत्व में विभिन्न क्षेत्रों में लगातार काम कर रही है।’

भाषा दिमो

नोमान अजय

अजय

 

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