भारत के शुद्ध शून्य उत्सर्जन लक्ष्य की ओर बढ़ने से जीडीपी में 406 अरब डॉलर की वृद्धि होगी: रिपोर्ट |

भारत के शुद्ध शून्य उत्सर्जन लक्ष्य की ओर बढ़ने से जीडीपी में 406 अरब डॉलर की वृद्धि होगी: रिपोर्ट

भारत के शुद्ध शून्य उत्सर्जन लक्ष्य की ओर बढ़ने से जीडीपी में 406 अरब डॉलर की वृद्धि होगी: रिपोर्ट

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:23 PM IST, Published Date : November 11, 2021/3:15 pm IST

नयी दिल्ली, 11 नवंबर (भाषा) भारत के शुद्ध शून्य कार्बन उत्सर्जन लक्ष्य की ओर बढ़ने के साथ 2050 तक देश की जीडीपी में 406 अरब डॉलर की वृद्धि होगी और 4.3 करोड़ से अधिक रोजगार अवसरों का सृजन होगा। वैश्विक थिंक टैंक ‘ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन’ (ओआरएफ) की एक रिपोर्ट में यह कहा गया है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में 2021 के जलवायु परिवर्तन सम्मेलन, सीओपी-26 में भारत के लिए 2070 तक शुद्ध-शून्य उत्सर्जन लक्ष्य की घोषणा की थी। साथ ही, भारत 2030 तक कम कार्बन उत्सर्जन वाली अपनी विद्युत क्षमता को 500 गीगावाट तक बढ़ाने और 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा से अपनी ऊर्जा आवश्यकताओं का 50 प्रतिशत पूरा करने का लक्ष्य बना रहा है।

ओआरएफ के एक बयान में कहा गया है, ‘भारत का 2070 का शुद्ध-शून्य कार्बन उत्सर्जन लक्ष्य महत्वपूर्ण और सराहनीय है, लेकिन यह बेहद महत्वाकांक्षी भी है।’

‘शेपिंग आवर ग्रीन फ्यूचर: पाथवे एंड पॉलिसी फॉर अ नेट-जीरो ट्रांसफॉर्मेशन’ रिपोर्ट में स्थिरता और विकास के दोहरे लक्ष्यों को संतुलित करते हुए इस बदलाव की ओर बढ़ने के लिए जरूरी संरचनात्मक परिवर्तन और गति वर्धक कारकों के बारे में बताया गया है।

भाषा

प्रणव मनीषा

मनीषा

 

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