नयी दिल्ली, नौ सितंबर (भाषा) नागर विमानन पर दूसरे एशिया प्रशांत मंत्रिस्तरीय सम्मेलन का आयोजन 11 और 12 सितंबर को राष्ट्रीय राजधानी में किया जाएगा। इसमें 41 देशों के लगभग 250 प्रतिनिधियों के भाग लेने की उम्मीद है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 12 सितंबर को सम्मेलन के समापन सत्र में भाग लेंगे।
एशिया प्रशांत क्षेत्र वैश्विक हवाई यातायात में महत्वपूर्ण योगदान देता है और भारत दुनिया का सबसे तेजी से बढ़ता विमानन बाजार है।
नागर विमानन मंत्री के राममोहन नायडू ने सोमवार को यहां संवाददाताओं को बताया कि सम्मेलन के दौरान क्षेत्र में विमानन क्षेत्र को आगे बढ़ाने के लिए एक मसौदा तैयार किया जाएगा।
नागर विमानन सचिव वुमलुनमंग वुलनाम ने कहा कि सम्मेलन में 41 देशों के लगभग 250 प्रतिनिधियों के भाग लेने की उम्मीद है।
सम्मेलन में पाकिस्तान और चीन के प्रतिनिधि होंगे या नहीं, इस सवाल पर उन्होंने कहा कि पाकिस्तान का कोई प्रतिनिधि नहीं होगा। चीन के बारे में उन्होंने कहा कि यह प्रक्रियाधीन है।
इस दौरान वियतनाम, मालदीव, जापान और सिंगापुर समेत विभिन्न देशों के साथ द्विपक्षीय बैठकें भी होंगी।
सम्मेलन का आयोजन भारत सरकार और अंतरराष्ट्रीय नागर विमानन संगठन (आईसीएओ) एपीएसी संयुक्त रूप से करेंगे।
नागर विमानन पर पहले एशिया प्रशांत मंत्रिस्तरीय सम्मेलन का आयोजन 2018 में बीजिंग में किया गया था।
भाषा पाण्डेय अजय
अजय
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