भारत को 2030 तक स्वच्छ ऊर्जा निर्यातक बनने का लक्ष्य रखना चाहिए: अमिताभ कांत |

भारत को 2030 तक स्वच्छ ऊर्जा निर्यातक बनने का लक्ष्य रखना चाहिए: अमिताभ कांत

भारत को 2030 तक स्वच्छ ऊर्जा निर्यातक बनने का लक्ष्य रखना चाहिए: अमिताभ कांत

:   Modified Date:  October 7, 2024 / 09:39 PM IST, Published Date : October 7, 2024/9:39 pm IST

नयी दिल्ली, सात अक्टूबर (भाषा) नीति आयोग के पूर्व मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अमिताभ कांत ने सोमवार को कहा कि भारत को 2030 तक 750 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता का लक्ष्य रखना चाहिए और स्वच्छ ऊर्जा निर्यातक बनना चाहिए।

कांत ने यहां एक गोलमेज चर्चा में कहा कि स्वच्छ ऊर्जा के लिए वैश्विक कोष की कोई कमी नहीं है, लेकिन भारत को नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं के लिए निजी निवेश आकर्षित करने को एस्क्रो खातों जैसी मजबूत वित्तीय प्रणाली स्थापित करने की जरूरत है।

उन्होंने जोर देकर कहा कि यह बहुत महत्वपूर्ण है कि भारत रूस-यूक्रेन युद्ध, पश्चिम एशिया संघर्ष और अमेरिका तथा यूरोपीय देशों से व्यापार बाधाओं सहित कई वैश्विक संकट के बीच अपने एजेंडा को आगे बढ़ाने में सक्षम हो।

कांत ने कहा कि भारत का एजेंडा एकदम स्पष्ट होना चाहिए कि हम 180 अरब डॉलर मूल्य के जीवाश्म ईंधन के आयातक हैं, और हमें स्वच्छ ऊर्जा का निर्यातक बनना चाहिए।

उन्होंने कहा कि देश को 500 गीगावाट क्षमता से आगे बढ़कर 750 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता तक पहुंचने का लक्ष्य तय करना चाहिए।

भाषा पाण्डेय अजय

अजय

 

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