नयी दिल्ली, 30 अक्टूबर (भाषा) भारत और सऊदी अरब ने बुधवार को व्यापार और निवेश को बढ़ावा देने के लिए उर्वरक, पेट्रोरसायन और खनन क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के उपायों पर चर्चा की।
रियाद में वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और सऊदी अरब के उद्योग और खनिज संसाधन मंत्री बांदर बिन इब्राहिम अल खरेफ के बीच बैठक के दौरान इन क्षेत्रों पर चर्चा की गई।
गोयल आधिकारिक यात्रा पर रियाद में हैं।
मंत्री ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘हमने उर्वरक, पेट्रोरसायन और खनन क्षेत्रों में सहयोग की संभावनाओं पर विचार-विमर्श किया।’’
मंत्री ने लुलु हाइपरमार्केट में ‘लुलु वाली दिवाली’ का भी उद्घाटन किया।
उन्होंने कहा, ‘‘लद्दाख के सेब के बागानों से लेकर रियाद के बाजारों तक! पहली बार, सऊदी अरब को इन विदेशी घरेलू व्यंजनों का स्वाद चखने का मौका मिला है।’’
भारत, सऊदी अरब का दूसरा सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है जबकि सऊदी अरब भारत का चौथा सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है।
दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार 2023-24 में 43 अरब डॉलर रहा, जो 2022-23 में 53 अरब डॉलर था। 2,700 से अधिक भारतीय कंपनियां संयुक्त उद्यम/100 प्रतिशत स्वामित्व वाली इकाइयों के रूप में पंजीकृत हैं। इन कंपनियों का वहां लगभग दो अरब डॉलर का निवेश है।
एलएंडटी, टाटा, विप्रो, टीसीएस, टीसीआईएल, शापूरजी एंड पालोनजी सहित प्रमुख भारतीय कंपनियों और कॉरपोरेट इकाइयों ने सऊदी अरब में एक मजबूत उपस्थिति स्थापित की है।
सऊदी अरब का भारत में प्रत्यक्ष निवेश अप्रैल, 2000 और जून, 2024 के दौरान 3.22 अरब डॉलर रहा।
भाषा रमण अजय
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