नयी दिल्ली, 11 सितंबर (भाषा) टाटा स्टील के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) टी वी नरेंद्रन ने बुधवार को कहा कि भारत को ऐसी विनिर्माण अर्थव्यवस्था बनानी चाहिए जो चीन की तुलना में हरित हो और उसमें सरकार एवं निजी क्षेत्र दोनों को शामिल करने वाला समग्र दृष्टिकोण हो।
नरेंद्रन ने यहां एआईएमए सम्मेलन में एक परिचर्चा को संबोधित करते हुए तेज गति से हरित विनिर्माण अर्थव्यवस्था में बदलाव करने की जरूरत पर बल दिया। उन्होंने कहा कि ऐसा न करने पर भारत बाजार में अपनी हिस्सेदारी गंवा देगा।
उन्होंने जीवाश्म ईंधन से स्वच्छ भविष्य की तरफ ऊर्जा बदलाव के प्रयासों पर एक सवाल का जवाब देते हुए कहा, ‘‘चीन ने एक बड़ी विनिर्माण अर्थव्यवस्था का निर्माण किया और अब इसे हरित बनाने की कोशिश कर रहा है। वहीं भारत एक बड़ी विनिर्माण अर्थव्यवस्था बना सकता है जो पिछले 20-30 वर्षों में चीन द्वारा बनाई गई अर्थव्यवस्था से अधिक हरित हो।’’
नरेंद्रन ने कहा, ‘‘यह भारत के लिए एक अवसर होने के साथ एक जोखिम भी है। यदि भारत पर्याप्त तेज़ी से बदलाव नहीं करता है, तो हम पाएंगे कि अमेरिका, यूरोप और चीन जैसे बड़े आर्थिक समूह पहले ही यह बदलाव कर चुके हैं और भारत कार्बन कर जैसे प्रावधानों के कारण उन बाजारों से बाहर हो जाएगा।’’
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