मसालों के लिए गुणवत्ता मानकों को मजबूत करने के पक्ष में भारत |

मसालों के लिए गुणवत्ता मानकों को मजबूत करने के पक्ष में भारत

मसालों के लिए गुणवत्ता मानकों को मजबूत करने के पक्ष में भारत

:   Modified Date:  July 3, 2024 / 07:27 PM IST, Published Date : July 3, 2024/7:27 pm IST

नयी दिल्ली, तीन जुलाई (भाषा) भारत ने छोटी इलायची, वनीला और हल्दी सहित विभिन्न मसालों के लिए गुणवत्ता मानकों को मजबूत करने का समर्थन किया है। रोम में आयोजित कोडेक्स एलीमेंटेरियस आयोग की वैश्विक बैठक में भारत ने गुणवत्ता मानकों को मजबूत करने की बात कही।

बुधवार को जारी एक सरकारी बयान के अनुसार, भारत, भौगोलिक आधार (एशिया) पर चुने गए सदस्य के रूप में, कोडेक्स एलीमेंटेरियस आयोग (सीएसी) की कार्यकारी समिति (सीसीईएक्सईसी) के 86वें सत्र में भाग ले रहा है।

भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) की मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) जी कमला वर्धन राव ने एक से-पांच जुलाई तक रोम में खाद्य और कृषि संगठन (एफएओ) मुख्यालय में आयोजित सत्र में भारत का प्रतिनिधित्व किया।

एफएओ और विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा स्थापित एक अंतरराष्ट्रीय निकाय सीएसी का उद्देश्य उपभोक्ता स्वास्थ्य की रक्षा करना और खाद्य व्यापार में निष्पक्ष गतिविधियों को बढ़ावा देना है। कार्यकारी समिति नए काम के प्रस्तावों की समीक्षा करने और मानकों के विकास की प्रगति की निगरानी करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

बयान में कहा गया है, ‘‘सत्र के दौरान, भारत ने छोटी इलायची, हल्दी और वनीला सहित विभिन्न मसालों के लिए मानकों के विकास की प्रगति का जोरदार समर्थन किया। यह पहल भारत के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह इन मसालों का एक प्रमुख उत्पादक और निर्यातक है। इससे अंतरराष्ट्रीय व्यापार में सुगमता आएगी।’’

भारत ने नामित वनस्पति तेलों के लिए मानकों की प्रगति, शिगा टॉक्सिन-उत्पादक एस्चेरिचिया कोली के नियंत्रण के लिए दिशा-निर्देश और खाद्य उत्पादन और प्रसंस्करण में पानी के सुरक्षित उपयोग और पुन: उपयोग का भी समर्थन किया।

इसके अलावा, भारत ने खाद्य पैकेजिंग में पुनर्चक्रित सामग्रियों के उपयोग से संबंधित खाद्य सुरक्षा विचारों पर कोडेक्स मार्गदर्शन विकसित करने के प्रस्ताव का भी समर्थन किया।

जलवायु परिवर्तन और पर्यावरण संरक्षण जैसी वैश्विक चुनौतियों का समाधान करने में यह पहल महत्वपूर्ण है।

बयान में कहा गया है कि कार्यकारी समिति के सदस्य के रूप में देश की भागीदारी मजबूत खाद्य सुरक्षा मानकों की स्थापना और वैश्विक खाद्य व्यापार में निष्पक्ष गतिविधियों को बढ़ावा देने के प्रति उसकी प्रतिबद्धता को बताती है।

भाषा राजेश राजेश रमण

रमण

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