दिल्ली: भारत 5,000 अरब अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है और देश के लिए चुनौती अगले तीन दशक तक 8-9 प्रतिशत की दर से वृद्धि करने की है। भारत के जी20 शेरपा अमिताभ कांत ने बृहस्पतिवार को यह बात कही।उन्होंने यहां पब्लिक अफेयर्स फोरम ऑफ इंडिया (पीएएफआई) के एक कार्यक्रम में कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था निजी क्षेत्र के समर्थन के बिना उच्च दर से नहीं बढ़ सकती है।
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उन्होंने कहा, ‘‘यह भारत का समय है। भारत 5,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है।’’ उन्होंने कहा कि भारत के लिए असल चुनौती अगले तीन दशकों तक 8-9 प्रतिशत की वृद्धि दर बनाए रखने की है। यह बताते हुए कि फिलहाल चीन की अर्थव्यवस्था का आकार भारत से पांच गुना है, कांत ने कहा कि चीन के साथ बराबरी करने के लिए हमें 10 प्रतिशत की दर से बढ़ना होगा। उन्होंने कहा कि भारतीय हवाई अड्डों की गुणवत्ता यूरोप के हवाई अड्डों से बेहतर है और ‘‘हमारी घरेलू एयरलाइंस भी अंतरराष्ट्रीय एयरलाइंस की तुलना में काफी बेहतर हैं।’’
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